ग्रामीण पर्यटन के विकास और ग्रामीण होमस्टे को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय रणनीति तैयार

@ नई दिल्ली :

देश में ग्रामीण पर्यटन की विशाल संभावनाओं को पहचानते हुए, पर्यटन मंत्रालय ने भारत में ग्रामीण पर्यटन के विकास और ग्रामीण होमस्टे को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रीय रणनीति तैयार की है।

पर्यटन मंत्रालय विभिन्न पहलों के माध्यम से भारत को व्यापक रूप से बढ़ावा देता है। चल रही गतिविधियों के हिस्से के रूप में, ग्रामीण पर्यटन और ग्रामीण होमस्टे सहित विभिन्न पर्यटन स्थलों और उत्पादों को बढ़ावा दिया जाता है।

इसके अलावा, पर्यटन मंत्रालय ने स्वदेश दर्शन योजना के तहत ग्रामीण सर्किट को एक विषयगत सर्किट के रूप में चिन्हित किया है। योजना के ग्रामीण सर्किट के तहत स्वीकृत परियोजनाओं का विवरण अनुलग्नक में दिया गया है।

स्वदेश दर्शन 2.0 योजना की शुरुआत पर्यटक और गंतव्य केंद्रित दृष्टिकोण के साथ टिकाऊ और जिम्मेदार गंतव्यों को विकसित करने के उद्देश्य से की गई है। इस योजना के तहत उत्तराखंड के गुंजी में ग्रामीण पर्यटन क्लस्टर अनुभव परियोजना को मंजूरी दी गई है।

सरकार ने ‘प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान’ के एक हिस्से के रूप में स्वदेश दर्शन योजना के तहत आदिवासी गृह-स्थल विकसित करने की पहल को मंजूरी दे दी है। इस पहल में 5 लाख रुपये प्रति यूनिट (नए निर्माण के लिए), 3 लाख रुपये (नवीनीकरण के लिए) और ग्राम समुदाय की जरूरतों के लिए 5 लाख रुपये तक की सहायता के साथ 1000 होम स्टे का विकास शामिल है। यह जानकारी केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।

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