@ जयपुर राजस्थान
आगामी 7 अगस्त, हरियाली तीज के अवसर पर इस बार पूरे प्रदेश में ‘हरियालो राजस्थान-एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत लगभग 2 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। प्रदेश की पहाड़ियों, चारागाह भूमि, सड़क किनारे, विद्यालयों, अमृत सरोवर, जल स्रोतों के किनारे पौधारोपण कर प्रदेश को हरा-भरा बनाया जाएगा।
अभियान को सफल बनाने के लिए सोमवार को शासन सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी 50 जिलों की तैयारियों और माइक्रो प्लानिंग को लेकर समीक्षा की गई।
अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन अभय कुमार, ग्रामीण विकास विभाग के शासन सचिव आशुतोष ए टी पेडणेकर,स्कूल शिक्षा शासन सचिव कृष्ण कुणाल, पंचायती राज शासन सचिव रवि जैन,आयुक्त स्कूल शिक्षा अविचल चतुर्वेदी,आयुक्त ईजीएस टीना डाबी ने प्रत्येक स्तर पर की जा रही तैयारियों को सुनिश्चित किया। सभी जिला कलेक्टरों ने वृहत् स्तर पर की जा रही तैयारियों की जानकारी दी।
अभय कुमार ने कहा कि जो पौधे लगाए जाएं, उन्हें बचाना भी जरूरी है। उन्होंने लगाए जा रहे सभी पौधों की जियो टैगिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी पौधों की जानकारी हरियालो राजस्थान ऐप और भारत सरकार के मेरी लाइफ ऐप पर अपलोड की जाए। उन्होंने इस अभियान में जन सहभागिता को बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए कि सभी राजस्व ग्रामों में पौधों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए ताकि अभियान को अधिकतम सफल बनाया जा सके और निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति की जा सके।
हरियाली तीज का त्योहार राजस्थानी महिलाओं में विशेष महत्व रखता है। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि इस अवसर पर महिलाओं को लहरिया परिधान पहनकर पौधारोपण कार्यक्रम में सहभागी बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। साथ ही आमजन को भी नि:शुल्क पौधों का वितरण किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि राज्य बजट 2024-25 में मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान के माध्यम से हर परिवार को जोड़ते हुए 7 करोड़ पौधे लगाने व पालन का लक्ष्य रखा गया है। इस क्रम को सतत रखने के लिए मल्टी सेक्टोरल प्रोग्राम के रूप में मिशन “हरियालो-राजस्थान” की घोषणा की गयी है।
मिशन ‘हरियालो-राजस्थान’ को साकार करने के लिए राज्यभर में हरियाली तीज के अवसर पर विभिन्न स्तरों पर कार्यक्रमों में सघन पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित कर दो करोड़ से अधिक पौधे लगाये जायेगें। हरियालो-राजस्थान ऐप के माध्यम से पौधा लगाने वाले वृक्ष प्रेमियों को 51 लाख प्रशस्ति पत्र वितरित किये जाएंगे।