जलवायु परिवर्तन के समाधान में महत्वपूर्ण ‘इनोवेशन’ पर चर्चा

@ नई दिल्ली

जापान के आर्थिक, व्याापार और उद्योग मंत्रालय तथा न्यू एनर्जी एंड इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट आॅर्गेनाइजेशन द्वारा प्रायोजित इनोवेशन फॉर कूल अर्थ फोरम की सालाना बैठक वर्ष 2014 से हर साल सालाना सम्मेलन के तौर पर आयोजित की जाती है जिसमें उद्योग, शिक्षा और सरकार से जुड़े वैश्विक नेता ‘नवाचार’ को बढ़ावा देने के लिए एक ही छत के नीचे एकजुट होते हैं जोकि धरती की गर्म होने की समस्या का हल निकालने में अहम है। इस वर्ष का कार्यक्रम इस सीरीज का 11वां आयोजन है।

इस वर्ष की ICEF की 11वीं सालाना बैठक के तौर पर मुख्य विषय ‘हरित नवाचार के जरिये भूमंडलीय सीमाओं के अंदर कैसे रहा जाए’ के तहत तीन खंड ‘संपूर्ण सत्र’, ‘तकनीकी सत्र’ और ‘विशेष सत्र’ आयोजित किए जाएंगे।

फोरम का ओवरव्यू: https://www.icef.go.jp/

इस वर्ष के ICEF सम्मेलन में प्रतिभागी चुनौतियों की एक विस्तृत शृंखला पर चर्चा करेंगे, जिसमें ग्रहीय सीमाएं, खाद्य और कृषि, हाइड्रोजन तत्परता और सतत समुद्री परिवहन शामिल हैं, जो इस साझा मान्यता पर आधारित है कि ‘विविधता नवाचार का मूल है’ पर ध्यान केंद्रित करते हुए कार्बन तटस्थता की प्राप्ति की दिशा में आगे बढ़ने के लिए नवाचार आवश्यक हैं, भले ही दुनिया कई अन्य कठिनाइयों का सामना कर रही हो। कार्यक्रम और वक्ताओं की घोषणा उनके उपलब्ध होते ही कर दी जाएगी। विस्तृत जानकारी के लिए कृृपया आधिकारिक वेबसाइट देखें:

https://www.icef.go.jp/jp/program/

सूची में कार्यक्रम और वक्ताओं को शामिल किए जाने या बदले जाने की भी संभावना है।

— जॉन फ्रेडरिक रॉकस्ट्रॉम (निदेशक, पॉट्सडैम इंस्टीट्यूट फॉर क्लाइमेट इम्पैक्ट रिसर्च, प्रोफेसर, इंस्टीट्यूट आॅफ अर्थ एंड एनवायरनमेंट साइंस एट द पॉट्सडैम यूनिवर्सिटी, प्रोफेसर, वाटर सिस्टम्स एंड ग्लोबल सस्टेनैबिलिटी, यूनिवर्सिटी आॅफ स्टॉकहोम) वर्ष 2009 में ‘विस्तृत सीमाओं’ का प्रस्ताव एक ऐसी परिकल्पना के तौर पर प्रोफेसर रॉकस्ट्रॉम और अन्य द्वारा रखा गया था जो ‘सुरक्षित परिचालित स्थान’ को परिभाषित करती है जहां मानवता रह सकती है और अपनी सीमाएं जानती है।

— सदामोरी केसुके (निदेशक, एनर्जी मार्केट्स एंड सिक्योरिटी, अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी) अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) के अनुसार, वैश्विक गैस बाजार एक नए चरण में प्रवेश कर रहा है, क्योंकि दुनिया धीरे-धीरे खुद को ऊर्जा संकट से बाहर निकाल रही है, जिसका आपूर्ति और मांग दोनों पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। यह भी दिखाया गया है कि जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हाइड्रोजन जैसी कम उत्सर्जन वाली गैसों की भूमिका अधिक महत्वपूर्ण है।

पूर्ण सत्र ‘भूमंडलीय सीमाएं और ऊर्जा परिवर्तन’ भूमंडलीय सीमाओं पर नवीनतम अपडेट के परिप्रेक्ष्य में इस सत्र का उद्देश्य ग्रह की वर्तमान स्थिति का मूल्यांकन करना, मौजूदा चुनौतियों की पहचान करना और एक स्थायी भविष्य के निर्माण के लिए अपेक्षित नीतियों और नवाचारों पर विचार-विमर्श करना है। https://www.icef.go.jp/program/#pl1

‘नवाचार वित्त’

यह सत्र उभरते बाजारों, हरित नवाचार और डीकार्बोनाइजेशन के लिए नवीन वित्तपोषण विधियों का पता लगाएगा, जिसमें वित्तपोषण के लिए रणनीतियाँ और वित्त को नवाचार से जोड़ना शामिल है। प्रतिभागी जैव विविधता से उत्पन्न वित्तीय जोखिमों और अवसरों की भी जांच करेंगे। https://www.icef.go.jp/program/#pl2 तकनीकी सत्र ‘जलवायु स्थिरीकरण तकनीकें’ इस सत्र में, उपस्थित लोग कार्बन डाइऑक्साइड निष्कासन (सीडीआर) पर केंद्रित वर्तमान जियोइंजीनियरिंग प्रौद्योगिकियों के परिप्रेक्ष्य, उनके परिचय को बढ़ावा देने के समाधान और अंतरराष्ट्रीय ढांचे पर चर्चा करेंगे। https://www.icef.go.jp/program/#ts1 ‘हाइड्रोजन तत्परता’ इस सत्र में कम कार्बन वाले हाइड्रोजन की क्षमता से कुल शून्य कार्बन उत्सर्जन समाज बनाने पर विचार किया जाएगा और हाइड्रोजन तत्परता हासिल करने की चुनौतियों पर चर्चा होगी। https://www.icef.go.jp/program/#ts2 ‘खाद्य एवं कृषि’ इस सत्र में प्रतिभागी खाद्य, कृषि, वानिकी और मत्स्य पालन क्षेत्र में खाद्य प्रणालियों के मौजूदा मुद्दों पर चर्चा करेंगे और इन मुद्दों को कम करने के उपायों, उचित खाद्य सुरक्षा के लिए रणनीतियों और इस सेक्टर में सतत विकास तथा जलवायु परिवर्तन की प्रतिक्रिया के लिए तेजी से परिवर्तन की दिशा में आर्थिक दक्षता पर विचार-विमर्श करेंगे। https://www.icef.go.jp/program/#ts3

‘परमाणु ऊर्जा का भविष्य’ इस सत्र में प्रतिभागी उन्नत रिएक्टरों और विभिन्न अनुप्रयोगों के व्यावसायीकरण की दिशा में व्यवसायों द्वारा अपनाए गए दृष्टिकोण और उनकी तैनाती के साथ आने वाली चुनौतियों पर चर्चा करेंगे।

https://www.icef.go.jp/program/#ts4 ‘सतत समुद्री परिवहन’

इस सत्र में उपस्थित लोग इन मुद्दों पर काम करने वाले विशेषज्ञों से नवीनतम टिकाऊ समुद्री प्रौद्योगिकियों और नीतियों को सीखेंगे और उन विकासों, नीतियों और निवेशों पर चर्चा करेंगे जिन्हें समुद्री परिवहन को टिकाऊ बनाने के लिए तेज करने की आवश्यकता है। वे ग्लोबल वार्मिंग पर समुद्री परिवहन में वर्तमान मुख्य ईंधन भारी ईंधन तेल (एचएफओ) पर प्रतिबंध लगाने के प्रतिकूल प्रभाव पर भी चर्चा करेंगे। https://www.icef.go.jp/program/#ts5 विशेष सत्र ‘ICEF रोडमैप परियोजना: जलवायु परिवर्तन शमन 2.0 के लिए कृत्रिम बुद्धिमता’ इस सत्र में “जलवायु परिवर्तन शमन रोडमैप 2.0 के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता” के सह-लेखक अपना मसौदा रोडमैप प्रस्तुत करेंगे और आने वाले वर्षों में डीकार्बोनाइजेशन के लिए एआई के उपयोग से संबंधित प्रमुख प्रश्नों का पता लगाएंगे। https://www.icef.go.jp/program/#ss1 ‘कुल—शून्य उत्सर्जन पर विशेष संवाद’ इस सत्र में मैनिटोबा विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित प्रोफेसर एमेरिटस और ICEF संचालन समिति के सदस्य वैक्लेव स्मिल मंच संभालेंगे।

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