@ नई दिल्ली :
खेलो इंडिया योजना अपने खेलो इंडिया प्रतिभा विकास कार्यक्रम के माध्यम से पैरा-एथलेटिक्स सहित 21 खेलों में विशिष्ट दिशा-निर्देशों और मानदंडों के आधार पर एथलीटों को समर्थन देकर प्रतिभा की पहचान और उनको प्रोत्साहन देती है।
अब तक इस योजना के अंतर्गत 2781 खेलो इंडिया एथलीटों की पहचान की गई है, जिन्हें कोचिंग, उपकरण, चिकित्सा देखभाल और मासिक आउट ऑफ पॉकेट भत्ता (ओपीए) के माध्यम से सहायता प्रदान की जाती है।
भारतीय खेल प्राधिकरण और अन्य मान्यता प्राप्त अकादमियों के अंतर्गत विभिन्न राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले केआईए लगातार देश के खेल प्रतिभा पूल को मजबूत कर रहे हैं।
चीन के हांग्जो में 2022 एशियाई खेलों में, 644 भारतीय एथलीटों में से 124 केआईए थे, और उन्होंने भारत के लिए 106 पदकों में से 42 पदक जीतकर महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसमें 9 स्वर्ण पदक शामिल थे। पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए, 117 एथलीटों के दल में 28 केआईए शामिल थे।
ये कार्यक्रम की सफलता और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में भारत के प्रदर्शन को बढ़ाने में केआईए की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। यह जानकारी केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।