@ जयपुर राजस्थान
देवस्थान, पशुपालन, डेयरी और गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत की अध्यक्षता में मंगलवार को शासन सचिवालय में महाकुंभ प्रयागराज में संचालित राजस्थान मंडप की व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए एक बैठक आयोजित हुई।
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राजस्थान के नागरिकों की सुविधा के लिए महाकुंभ में राजस्थान मंडप की व्यवस्था की गई है। कुमावत ने राजस्थान मंडप में मुख्यमंत्री और विधान सभा अध्यक्ष सहित संपूर्ण कैबिनेट तथा विधायक गण के सफल और सुरक्षित प्रवास और कैबिनेट बैठक के सफलतापूर्वक आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की।
कुमावत ने बताया कि महाकुंभ में राजस्थान से बड़ी संख्या में तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। उनके आवास और भोजन की निःशुल्क सुविधा देवस्थान विभाग इन मंडपों के जरिए उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि राजस्थान मंडप में 39 साधारण कमरे, 10 सुइट कक्ष तथा 2 डोरमेट्री की व्यवस्था की गई है जिसमें अब तक लगभग 3500 तीर्थयात्री ठहर चुके हैं।
राजस्थान मंडप के हॉल तथा डोरमेट्री में 600- 700 व्यक्ति प्रतिदिन रुक रहे हैं जिनके लिए स्वच्छ बिस्तर और कंबल आदि की सुविधा उपलब्ध है। यहां तीर्थयात्रियों के लिए सुबह शाम निःशुल्क भोजन की व्यवस्था भी की गई है। हजारों श्रद्धालु इस सुविधा का लाभ उठा चुके हैं। देवस्थान मंत्री ने बताया कि राजस्थान मंडप महाकुंभ में लोकप्रिय हो रहा है और इसमें ठहरने के लिए लोग बड़ी संख्या में आते हैं।
उन्होंने बताया कि महाकुंभ तथा राजस्थान मंडप के विषय में राजस्थान के तीर्थयात्रियों को जानकारी उपलब्ध कराने के लिए आयुक्त कार्यालय उदयपुर में 5 नए टेलीफोन नंबर के साथ हेल्पलाईन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने राजस्थान मंडप की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इसे और अधिक बेहतर बनाने के प्रयास करते हुए ऐसी व्यवस्था की जाए जिससे अधिक से अधिक लोग इससे लाभान्वित हो सकें।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान मंडप में आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए 24 घंटे निःशुल्क चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध है। राजस्थान मंडप राज्य सरकार और मुख्यमंत्री की एक अनूठी पहल है जिसे व्यापक स्तर पर सराहना मिल रही है। समीक्षा बैठक में शासन सचिव देवस्थान सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।