@ नई दिल्ली
निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के साथ 13 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों और 2 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा कर दी है। इन उपचुनावों का मतदान 13 नवंबर को होगा और सभी सीटों के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
इस उपचुनाव में उत्तर प्रदेश की 10 राजस्थान की 7 पश्चिम बंगाल की 6 असम की 5 बिहार की 4 पंजाब की 4 कर्नाटक की 3 केरल की 2 मध्य प्रदेश की 2 सिक्किम की 2 गुजरात की 1 उत्तराखंड की 1 और छत्तीसगढ़ की 1 विधानसभा सीट शामिल हैं। इसके अतिरिक्त केरल की वायनाड लोकसभा सीट और महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट पर भी चुनाव होंगे। उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट और महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट पर भी 13 नवंबर को ही मतदान होगा।
इन 48 सीटों में से अधिकांश विधायक संसद सदस्य बनने के कारण खाली हुई हैं। इनमें से 42 सीटें ऐसे विधायकों की हैं जो सांसद बने हैं जिनमें कांग्रेस के 11 भाजपा के 9 सपा और तृणमूल कांग्रेस के 5-5 और अन्य दलों के 12 विधायक शामिल हैं। शेष 6 सीटें विभिन्न कारणों से खाली हुई हैं जैसे कि तीन सीटें विधायकों के निधन के कारण सपा विधायक के जेल जाने सिक्किम में दो विधायकों के इस्तीफे और मध्य प्रदेश में एक विधायक के दल बदलने के कारण।
इसके अलावा केरल की वायनाड लोकसभा सीट राहुल गांधी के इस्तीफे से महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट कांग्रेस सांसद के निधन से और पश्चिम बंगाल की बशीरहाट लोकसभा सीट तृणमूल सांसद के निधन से खाली हुई है। इस उपचुनाव के जरिए राजनीतिक दलों की स्थिति स्पष्ट हो सकती है और यह चुनाव 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी के रूप में भी देखा जा रहा है।
निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार इस समय प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों की घोषणा कर रहे हैं। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों राज्यों के चुनाव की तिथियों और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों को साझा किया जा रहा है।
राजीव कुमार चुनाव की प्रक्रिया सुरक्षा इंतजाम और आदर्श आचार संहिता से जुड़ी जानकारियों को भी जनता और मीडिया के साथ साझा कर रहे हैं। देश के राजनीतिक दल नेता और जनता सभी इस महत्वपूर्ण घोषणा का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावों को लेकर जो अटकलें थीं उन पर निर्वाचन आयोग आज प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से स्थिति स्पष्ट कर रहा है।