मुंबई में डॉ. जितेंद्र सिंह ने सीएसआईआर मेगा ‘‘इनोवेशन कॉम्प्लेक्स’’ का उद्घाटन किया

@ मुंबई महाराष्ट्र

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री परमाणु ऊर्जा विभाग अंतरिक्ष विभाग और कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने 17 जनवरी को वर्चुअल मोड के माध्यम से मुंबई में भारत के अपनी तरह के पहले CSIR मेगा इनोवेशन कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया और इसे स्टार्टअप्स और उद्योगजगत के हितधारकों को समर्पित किया।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री द्वारा उद्घाटन किया गया मुंबई का नया इनोवेशन कॉम्प्लेक्स नौ मंजिलों में फैला एक विशाल अत्याधुनिक परिसर है जिसमें 24 रेडी टू मूव वाली इनक्यूबेशन प्रयोगशालाएं हैं साथ ही नवोन्मेषी स्टार्टअप एमएसएमई उद्योग और CSIR प्रयोगशालाओं के लिए सुसज्जित कार्यालय और नेटवर्किंग स्थान भी हैं। यह मेगा सुविधा CSIR प्रयोगशालाओं स्टार्टअप एमएसएमई और उद्योग सहित हितधारकों को नियामक प्रस्तुतियां और अनुपालन के लिए आवश्यक एसओपी-संचालित अध्ययनों के लिए उच्च-स्तरीय वैज्ञानिक इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर विशेषज्ञता और नियामक सहायता प्रदान करेगी।

इस परिसर में नवीन स्टार्ट-अप्स CSIR प्रयोगशालाओं एमएसएमई भारत और विदेश की डीप-टेक कंपनियों सार्वजनिक-वित्त पोषित अनुसंधान संस्थानों और CSIR प्रयोगशालाओं के साथ साझेदारी करने वाली कंपनियों के लिए तैयार विश्व स्तरीय इनक्यूबेशन प्रयोगशालाएं और आईपी/व्यवसाय विकास सहायता शामिल है।

दर्शकों के उत्साह को देखते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा यह उद्घाटन तो बस शुरुआत है। हम भविष्य की संभावनाओं और भारत की विकास गाथा में इस इनोवेशन कॉम्प्लेक्स के योगदान को लेकर उत्साहित हैं।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की दूरदृष्टि के लिए उन्हें बधाई जिसके कारण भारत स्टार्ट-अप और नवाचार के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभर पाया है। उन्होंने इस परिसर के उद्घाटन को एक और ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने दोहराया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत स्टार्ट-अप और नवाचार के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभरा है।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा हमें दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम होने पर गर्व है जिसमें 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं जो भारत की उद्यमशीलता की भावना के प्रमाण हैं। यह उल्लेखनीय वृद्धि युवाओं को सशक्त बनाने और आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए हमारी सरकार द्वारा शुरू की गई परिवर्तनकारी पहलों और नीतियों का प्रतिबिंब है।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने यह भी कहा कि CSIR इनोवेशन कॉम्प्लेक्स मुंबई भारत की स्टार्ट-अप यात्रा में एक महत्वपूर्ण क्षण है।

उन्होंने यह भी कहा इस सुविधा में नवीन स्टार्ट-अप्स CSIR प्रयोगशालाओं एमएसएमई भारत और विदेश की डीप-टेक कंपनियों सार्वजनिक-वित्त पोषित अनुसंधान संस्थानों और CSIR प्रयोगशालाओं के साथ साझेदारी करने वाली कंपनियों के लिए तैयार विश्व स्तरीय इनक्यूबेशन लैब और आईपी/व्यवसाय विकास सहायता शामिल है।

उद्योग और स्टार्ट-अप को जानकारी देते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि यह परिसर स्वास्थ्य सेवा (फार्मा बायोफार्मा मेडटेक) रसायन सामग्री ऊर्जा और CSIR प्रयोगशालाओं के लिए रुचि के अन्य प्रासंगिक क्षेत्रों जैसे प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों में समर्थन सहयोग और साझेदारी के लिए एक नवाचार और इनक्यूबेशन केंद्र के रूप में कार्य करेगा।

अपने भाषण का समापन करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा उद्घाटन तो बस शुरुआत है। हम भविष्य की संभावनाओं और इस इनोवेशन कॉम्प्लेक्स द्वारा भारत की विकास गाथा में किए जाने वाले अपार योगदान को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि सी-आईसीएम जैसी सुविधाएं सहयोग नवाचार और समावेशिता की भावना को मूर्त रूप देती हैं जो आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए राष्ट्र के दृष्टिकोण को परिभाषित करती हैं।

इस कार्यक्रम में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. सारस्वत और डॉ. वी.के. पॉल डीएसआईआर के सचिव और CSIR के महानिदेशक डॉ. एन. कलैसेलवी और डॉ. राम विश्वकर्मा शामिल हुए। उद्घाटन समारोह में उद्योगजगत के दिग्‍गजों नॉर्वे स्विटजरलैंड और जर्मनी के विदेशी प्रतिनिधियों एमएसएमई स्टार्ट-अप और भारत भर में CSIR प्रयोगशालाओं के 1000 से अधिक वैज्ञानिकों ने भाग लिया।

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