@ नई दिल्ली :-
परिसंपत्तियों से नकद राजस्व प्राप्ति के भारत सरकार के मुद्रीकरण कार्यक्रम में सहयोग के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से 2020 में स्थापित अवसंरचना निवेश न्यास (इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट – इनविट) राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना न्यास ने लगभग 18,380 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्य के बराबर धन जुटाने का चौथा दौर सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इसके साथ ही यह भारतीय सड़क क्षेत्र के इतिहास में सबसे बड़ा मुद्रीकरण लेनदेन हो गया है। इस दौर के पूरा होने के साथ, चारों दौर में कुल प्राप्त मूल्य 46,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।
इस दौर में, राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना न्यास ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों से 8,340 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई और साथ ही घरेलू ऋणदाताओं से 10,040 करोड़ रुपये का ऋण भी जुटाया है। 17,738 करोड़ रुपये (97 करोड़ रुपये के प्रीमियम सहित) के रियायत मूल्य पर इन निधियों का उपयोग राष्ट्रीय राजमार्ग खंडों के अधिग्रहण के लिए किया जाएगा, जिनमें शामिल हैं- आंध्र प्रदेश में अनकापल्लि-नरसनपेटा, गुंडुगोलानु-कोव्वुरू और चित्तूर-मल्लावरम खंड, उत्तर प्रदेश/उत्तराखंड में बरेली-सीतापुर और मुजफ्फरनगर-हरिद्वार खंड, गुजरात में गांधीधाम-मुंद्रा खंड और छत्तीसगढ़ में रायपुर-बिलासपुर खंड। निवेशकों ने बुक-बिल्डिंग प्रक्रिया के माध्यम से 133.50 रुपये प्रति यूनिट के कट-ऑफ मूल्य पर इकाइयां ली हैं, जो 31 दिसंबर, 2024 के शुद्घ परिसंपत्ति मूल्य (एनएवी) 131.94 रुपये प्रति यूनिट से अधिक प्रीमियम दर्शाता है।
इस इश्यू ने वर्तमान और नए- दोनों प्रकार के निवेशकों की ओर से मजबूत मांग को आकर्षित किया। कई घरेलू कंपनियों ने इसमें भाग लिया जिनमें पेंशन/भविष्य निधि, जैसे ईपीएफओ, एलएंडटी पीएफ, राजस्थान राज्य विद्युत कर्मचारी पीएफ, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन पीएफ; एक्सिस मैक्स लाइफ इंश्योरेंस सहित बीमा कंपनियां; एनएबीएफआईडी, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक सहित बैंक/वित्तीय संस्थान; और निप्पॉन इंडिया, बड़ौदा बीएनपी पारिबा, नुवामा और व्हाइट ओक कैपिटल जैसे म्यूचुअल/निवेश फंड शामिल हैं। इसके अलावा, एनएचआईटी के मौजूदा विदेशी निवेशक, कनाडा पेंशन प्लान इन्वेस्टमेंट बोर्ड और ओंटारियो टीचर्स पेंशन प्लान बोर्ड ने अपनी अधिकतम सीमा तक बुक बिल्डिंग में भाग लिया।
इस दौर में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की ओर से 2,035 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी लेना है। यह ईपीएफओ की ओर से किसी अवसंरचना निवेश न्यास में किया गया पहला निवेश है। साथ ही, NHAI ने भी उसी कीमत पर यूनिटों के ~15 प्रतिशत की अपनी हिस्सेदारी खरीदी है।
इस दौर के पूरा होने के साथ ही अब एनएचआईटी के पास 12 राज्यों में फैले 26 संचालित टोल मार्गों (41 टोल प्लाजा) का विविधतापूर्ण पोर्टफोलियो होगा, जिनकी कुल लंबाई 2,345 किलोमीटर और रियायत अवधि 20 से 30 वर्षों के बीच होगी।