@ नई दिल्ली :-
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने रॉयल न्यूजीलैंड नेवी (सीएन-आरएनजेडएन) के नौसेना प्रमुख रियर एडमिरल गेरिन गोल्डिंग के साथ 20 मार्च, 2025 को मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में भारतीय नौसेना के नवीनतम स्वदेश निर्मित विध्वंसक युद्धपोत आईएनएस सूरत का दौरा किया।
पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (एफओसी-इन-सी) वाइस एडमिरल संजय जे सिंह ने माननीय प्रधानमंत्री का सौहार्दपूर्ण स्वागत किया। इस अवसर पर गणमान्य व्यक्तियों को युद्धपोत की जटिल डिजाइन, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों और जबरदस्त क्षमताओं के बारे में गहन जानकारी दी गई।
यह पोत राष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका की झलक प्रस्तुत करता है। आईएनएस सूरत 15 जनवरी, 2025 को नौसेना में शामिल किया गया था और यह भारतीय नौसेना का नवीनतम स्वदेश निर्देशित मिसाइल विध्वंसक जहाज है। इसे मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स द्वारा तैयार किया गया है और भारतीय नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो ने इसको डिजाइन किया है। यह युद्धपोत आत्मनिर्भर भारत का एक शानदार उदाहरण है और इसमें 75% से अधिक स्वदेशी सामग्री इस्तेमाल की गई है।
प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन की यह यात्रा रॉयल न्यूजीलैंड नौसेना के जहाज HMNZS ते काहा के 19 से 24 मार्च, 2025 तक मुम्बई भ्रमण की समयावधि के दौरान हुई है। इसके अतिरिक्त, संयुक्त कार्य बल 150 के कमांडर कमोडोर रॉजर वार्ड भी मुख्यालय डब्ल्यूएनसी का दौरा कर रहे हैं। ये यात्राएं आरएनजेडएन और भारतीय नौसेना के बीच संबंधों को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सीएन-आरएनजेडएन ने जहाज के दौरे के एक भाग के रूप में डब्लूएनसी के एफओसी-इन-सी से वीएडीएम संजय जे सिंह से भेंट की और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण नौसैनिक गतिविधियों पर चर्चा की, जिसके बाद उन्हें कमांड की भूमिका पर संक्षिप्त जानकारी दी गई।
सीएन-आरएनजेडएन ने मुंबई के एनडी स्थित हेरिटेज हॉल का दौरा किया और अप्रैल 2025 में HMNZS ते काहा की आगामी यात्रा के लिए तकनीकी सहायता के संबंध में डॉकयार्ड के एडमिरल अधीक्षक के साथ चर्चा की। एडमिरल ने नई दिल्ली मुंबई स्थित गौरव स्तम्भ पर पुष्पांजलि अर्पित की और राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले कार्मिकों को श्रद्धांजलि दी।
HMNZS ते काहा की यात्रा के हिस्से के रूप में सहयोग बढ़ाने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से कई गतिविधियों की योजना बनाई गई है, जिसमें क्रॉस-डेक दौरे, खेल कार्यक्रम व सामाजिक महत्व के कार्यक्रम शामिल हैं। अपने प्रस्थान के समय यह जहाज भारतीय नौसेना के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भाग लेगा, जिससे परिचालन समन्वय में वृद्धि होगी और समुद्री सहयोग के लिए साझा प्रतिबद्धता प्रदर्शित होगी।