पौड़ी गढवाल के द्वारीखाल के प्रधानाचार्य रमाकांत डबराल जिसने बदल दी सरकारी स्कूल की तस्वीर

@ कमल उनियाल द्वारीखाल उत्तराखंड

कहा जाता है इस संसार में कोई भी जन्म से न ही प्रतिभावान ,गुणवान और न ही बुद्धिमान होता है, मनुष्य अपनी कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से किए गये अपने कार्यो को इतना अधिक ऊंचा कर लेता है कि समाज में उसे और उसके काम को मान-सम्मान और ख्याति तो मिलती ही है, साथ ही वो दूसरे लोगों के लिए भी आदर्श बन जाते हैं।

कहते हैं प्रतिभा किसी परिचय की मोहताज नहीं होती है। प्रतिभा के लिए गांव या शहर नहीं बल्कि खुद की मेहनत और लगन रंग लाती है। यदि ऐसा करने के लिए कोई ठान ले तो उसका आशानुरूप परिणाम मिलता ही है।

शिक्षक समाज के और देश के भविष्य के निर्माता होते हैं। उनके द्वारा दी गई शिक्षा राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान होता है कुछ शिक्षक इसे मात्र रोजी रोटी समझकर कार्यकाल पूरा कर लेते हैं। पर अभी कुछ ऐंसे गुरु द्रोणाचार्य भी है जो बच्चों में छुपी हुयी प्रतिभाओ के हुनर को तराशते है।

ऐसे ही शिक्षाविद है पौड़ी गढवाल के राजकीय इंटर कालेज द्वारीखाल के प्रधानाचार्य रमाकांत डबराल जो शिक्षा प्रति समर्पित होकर छात्र, छात्राओं में छिपी प्रतिभाओ का आंकलन करके उनके हुनर को निखार रहे है। अनेक निर्धन की शिक्षा दीक्षा बतौर जिम्मेदारी से निभाते है। इसके लिए सादा जीवन उच्च विचार वहुआयामी मृदुभाषी रमाकांत डबराल शिक्षा के क्षेत्र में भागीरथ प्रयास कर रहे हैं।

जब से उन्होने राजकीय इंटर कालेज द्वारीखाल का कार्यभार संभाला तब से बच्चो के बौद्धिक क्षमता कलात्मक रचनात्मक से चाहे भाषा दिवस हो, सांस्कृतिक दिवस, बाल विज्ञान, सामूहिक सहभागिता तथा खेलो से जोड़ना बाल प्रतिभाओ को छोटे मंच से बडे मंच तक पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। बच्चों का शैक्षणिक उन्नयन तथा सांस्कृतिक उन्नयन के लिए तमाम कार्यक्रम स्कूल में किये जाते हैं।

स्कूली शिक्षा के साथ उनके प्रयास से जर्जर हो चुके भवन अब शानदार सुसज्जित विद्यालय भवन बन कर तैयार हो चुके हैं इसके लिए धन स्वीकृति के लिए वे विभाग, जनप्रतिनिधियो ,विद्यालय प्रबंधन समिति, अभिभावको के साथ लगातार सम्पर्क में रहते हैं। विद्यालय में शानदार पेंटिंग, रंगरोगन, जीर्ण क्षीण स्कूल के छत के मरम्मत सहित स्कूल प्रांगण में विभिन्न प्रजाति के फूल महक बिखेर रहे हैं जिस कारण यह सरकारी स्कूल माडल स्कूलो को भी मात देता है।

आज विद्यालय के छात्र शिक्षा के क्षेत्र बोर्ड परीक्षा में शत प्रतिशत अंक ला कर परचम लहरा रहे हैं। यहाँ के छात्र छात्राये राज्य स्तर जिला स्तर के प्रतियोगिता में भी प्रतिभाग करते हैं जिससे अनेक छात्र छात्रायें राष्ट्रीय छात्रवृति से लेकर राज्य छात्रवृति से सम्मानित हो चुके हैं। उनके सहयोगी प्रवक्ता विनोद भारद्वाज सहित सभी शिक्षको के सहयोग से वे शैक्षणिक व्यवस्था में तेजी से बदलाव ला रहे हैं।

3 thoughts on “पौड़ी गढवाल के द्वारीखाल के प्रधानाचार्य रमाकांत डबराल जिसने बदल दी सरकारी स्कूल की तस्वीर

  1. रमाकांत जी आपके प्रयास लगन और निष्ठा हेतु बधाई एवं अनन्त शुभकामनाऐं, मां कुलदेवी श्री राजराजेश्वरी जी से प्रार्थना है कि आपके प्रयासों में निरंतरता वनी रहे इन शुभकामनाओं के साथ….👍🌹🚩

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

LIVE OFFLINE
track image
Loading...