@ नई दिल्ली :
पर्यटन मंत्रालय अपनी ‘तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक संवर्द्धन अभियान’ (प्रसाद) योजना के तहत पूर्व-चिह्नित तीर्थस्थलों/विरासत शहरों में पर्यटन अवसंरचना के विकास के लिए राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन को वित्तीय सहायता प्रदान करता है। इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेशों के परामर्श से बुनियादी ढांचे से संबंधित कार्य किए जाते हैं।
पर्यटन मंत्रालय को समय-समय पर प्रसाद योजना के अंतर्गत बुनियादी ढांचे के विकास के संबंध में विभिन्न स्रोतों से प्रस्ताव प्राप्त होते हैं और इन प्रस्तावों का मूल्यांकन योजना के दिशानिर्देशों और स्थापित प्रक्रियाओं के अनुसार किया जाता है।
पर्यटन मंत्रालय ने अपनी प्रसाद योजना के तहत 46 परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिनमें आंध्र प्रदेश की 3 परियोजनाएं शामिल हैं। प्रसाद योजना के तहत विकास के लिए कुल 29 स्थलों की पहचान की गई है, जिनमें आंध्र प्रदेश की 2 साइटें शामिल हैं।
स्वीकृत परियोजनाओं और पहचान की गई साइटों का विवरण अनुलग्नक में दिया गया है। यह जानकारी केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।