@ शिमला हिमाचल
नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी की अध्यक्षता में हिमुडा के निदेशक मंडल की 54वीं बैठक आयोजित हुई। बैठक में उन्होंने कहा कि हिमुडा नए क्षेत्रों एवं गतिविधियों में कदम रखने जा रहा है और इसके द्वारा प्रदेशभर में चलाई जा रही विभिन्न परियोजनाओं को निश्चित समयावधि एवं गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए पूरा किया जाए ताकि हिमुडा की निर्माण क्षेत्र में विशेष पहचान स्थापित हो।
बैठक के दौरान ‘माउंटेन सिटी’ जाठिया देवी में पेयजल लाईन बिछाने और 15 लाख लीटर की क्षमता का पानी का टैंक बनाने, जिला बिलासपुर स्थित हाउसिंग कॉलोनी में 3 बीएचके के छह डीलक्स फ्लैट, जिला शिमला के संजौली में 2 बीएचके के छह डीलक्स फ्लैट और जिला सोलन के बसाल में 2 ट्विन टावर्स जिनमें 3 बीएचके के कुल 24 भवनों के निर्माण को स्वीकृति प्रदान की गई। इसके अलावा हिमुडा द्वारा नई जमीन की खरीद के लिए मानक संचालन प्रक्रिया बनाने सहित विभिन्न एजेंडा को स्वीकृति प्रदान की गई।
उन्होंने कहा कि बैठक में चर्चा के लिए लाए गए विभिन्न महत्वूपर्ण मुद्दों पर हिमुडा तुरंत प्रभाव से प्रगति सुनिश्चित करे ताकि इसके तहत किए जा रहे कार्यों को गति प्रदान की जा सके।
नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री ने कहा कि आधुनिक समय के अनुसार ढलते हुए हिमुडा को नवाचार अपनाना चाहिए। उन्होंने हिमुडा में भू-वैज्ञानिक, पर्यावरणविद् और भू-दृश्य सलाहकार (स्ंदकेबंचपदह ब्वदेनसजंदज) आदि की सेवाएं लेने पर बल दिया ताकि परियोजनाओं को अधिक सुरक्षित एवं आकर्षक बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि जिन-जिन जगहों में हिमुडा के जमीन संबंधी किसी भी प्रकार के विवाद न्यायालयों में विचाराधीन हैं, ऐसे मामलों में यदि बीच का रास्ता निकालकर समझौता किया जा सकता है तो हिमुडा को ऐसी पहल करनी चाहिए ताकि उन जमीनों पर शीघ्र काम शुरू कर परियोजनाओं को अन्तिम रूप दिया जा सके।
बैठक के दौरान सरस्वती नगर, देहरा, सुबाथू, नेरचौक, बनखंडी में निर्माणाधीन चिड़ियाघर, धर्मशाला स्थित हिमुडा के कमांड और कन्ट्रोल केन्द्र सहित प्रदेशभर में हिमुडा द्वारा निर्माणाधीन विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा भी की गई।
हिमुडा के उपाध्यक्ष यशवंत छाजटा, सचिव तकनीकी शिक्षा एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी हिमुडा संदीप कुमार, निदेशक मंडल के सरकारी एवं गैर सरकारी सदस्य और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।