@ ऋषिकेश उत्तराखंड
अंतर्राष्ट्रीय खेल के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करते हुए, THDC- आई.के.सी.ए. हाई-परफॉर्मेंस अकादमी ने 11 जनवरी से 13 जनवरी 2025 तक हांगकांग में आयोजित एशियाई कैनो स्प्रिंट कप में तीन स्वर्ण और पांच रजत पदक हासिल किए।
इस शानदार उपलब्धि पर खिलाड़ियों को बधाई देते हुए THDCIL के सीएमडी आर. के. विश्नोई ने कहा कि THDCIL राष्ट्र के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है और एशियन कैनो स्प्रिंट कप में THDCIL-IKCA हाई-परफॉर्मेंस अकादमी के खिलाड़ियों की सफलता हमारे प्रयासों को प्रतिबिंबित करता है। विश्नोई ने कहा कि “अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करके, हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हमारे एथलीटों के पास उच्चतम स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए सर्वोत्तम संसाधन हों। हमारे एथलीटों की सफलता भारत और उत्तराखंड के लिए गौरव का क्षण है।
THDCIL-IKCA हाई-परफॉर्मेंस अकादमी ने इस प्रतिभा को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और मैं THDCIL-IKCA हाई-परफॉर्मेंस अकादमी टीम के प्रत्येक सदस्य को हार्दिक बधाई देता हूं जिनकी प्रतिबद्धता एथलीटों के कौशल को निखारने में सहायक रही है।“
THDCIL के निदेशक (कार्मिक) शैलेन्द्र सिंह ने इस उपलब्धि खिलाड़ियों को बधाई दी और कहा कि एशियाई कैनो स्प्रिंट कप में THDCIL-IKCA एथलीटों की सफलता THDCIL और IKCA का खिलाड़ियों के प्रति समर्पण, ट्रेनिंग, कौशल और मजबूत बुनियादी ढांचे को दर्शाती है। सिंह ने कहा कि THDCIL राष्ट्र के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास के अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्टता को बढ़ावा देते हुए भारत के ऊर्जा क्षेत्र में सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
निदेशक कार्मिक ने कहा कि, हालांकि THDC का मुख्य व्यवसाय ऊर्जा उत्पादन करना है और इस क्षेत्र में हमने लगातार उच्च स्तर का प्रदर्शन किया है तथा नए औद्योगिक बेंचमार्क स्थापित किए हैं। हमारी कंपनी सर्वोत्तम मानव संसाधन सुविधाओं के लिए भी जानी जाती है। THDC ने हमेशा विभिन्न संगठनात्मक पहलों में, परियोजनाओं के आसपास के सभी हितधारकों यानी स्थानीय आबादी को शामिल करने का प्रयास किया है।
THDCIL-IKCA हाई-परफॉर्मेंस अकादमी समावेशी और समग्र विकास की दिशा में हमारे प्रयासों का एक प्रमाण है और एशियाई स्तर के खेलों में पुरस्कार प्राप्त करना न केवल THDCIL के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए बहुत गर्व और उपलब्धि की बात है। इस अकादमी के माध्यम से, हमारा लक्ष्य भारतीय एथलीटों की अगली पीढ़ी का कौशल विकास करना है एवं उन्हें विश्व मंच पर उत्कृष्टता हासिल करने में सहायता करना है। भावी समय में THDC हमारे खिलाड़ियों को राष्ट्रीय, एशियाई खेलों और ओलम्पिक स्तर के प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार करने के लिए तत्पर है ।
THDCIL-IKCA अकादमी के एथलीटों ने विभिन्न श्रेणियों में असाधारण परिणाम दिए हैं। एल. नाओचा सिंह ने K1 1000 मीटर और K2 1000 मीटर, दोनों स्पर्धाओं में रजत पदक जीते, जबकि विष्णु रेघुनाथ ने K2 1000 मीटर में रजत पदक अर्जित किया। प्रोहित बरोई ने भी K2 500 मीटर में रजत पदक हासिल किया और अर्जुन सिंह ने U-23 C1 23 किलोमीटर श्रेणी में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। पार्वती जी ने K1 200 मीटर और K2 500 मीटर दोनों स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीतकर असाधारण एथलीटों में से एक बनकर उभरीं । इसके अतिरिक्त, चौ. देवब्रत सिंह ने K2 500 मीटर में रजत पदक जीता, और ज्ञानेश्वर सिंह ने C1 500 मीटर में स्वर्ण पदक जीता। ये उत्कृष्ट परिणाम उस उत्कृष्टता के स्तर को रेखांकित करते हैं जिसे अकादमी ने अपने एथलीटों के बीच बढ़ावा दिया है।
आने वाले समय में THACK अकादमी, एथलीट ओलंपिक और अन्य प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिस्पर्धा करने की आकांक्षाओं के साथ, अपने करियर में और भी अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए तैयार है। THDCIL के निरंतर सहयोग के साथ, अकादमी इन एथलीटों को वैश्विक सफलता हासिल करने और भारत को और अधिक गौरवान्वित करने के लिए आधार प्रदान कर रही है।
एल.पी. जोशी, कार्यपालक निदेशक (टिहरी कॉम्प्लेक्स), प्रशांत कुशवाहा, अध्यक्ष (आई.के.सी.ए.) , डॉ. डी.के. सिंह, महासचिव (उत्तराखण्ड ओलंपिक संघ), डॉ. अमरनाथ त्रिपाठी, महाप्रबंधक (मानव संसाधन, प्रशासन एवं केन्द्रीय संचार), डॉ. सुमंत कुलश्रेष्ठ, निदेशक (THDCIL-IKCA अकादमी) ने सभी विजेता खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।