@ कमल उनियाल उत्तराखंड
देवभूमी उत्तराखंड की पावन धरती पर कण कण में देवत्व का वास होता है। यहाँ बारहो महीने आस्था का सैलाब बहता रहता है। यहाँ मन्दिरो की पूजा अर्चना की जाती है सच्चे मन से भक्त आस्था के साथ यहाँ आते है जिससे उन्हें मनवांछित फल प्राप्त होता है।
ऐंसा ही पावन स्थान विकास खंड द्वारीखाल के निकटवर्ती गाँव ग्वीन छोटा में स्थित तूँगनाथ जी प्रसिद्ध सिद्धपीठ मंदिर की वार्षिक पूजन सम्पन्न हुयी। सभी श्रद्धालुओ तूँगनाथ भक्त रैवासी प्रवासीयो ने माथा टेककर आशीर्वाद प्राप्त किया। प्रसाद और भोग ग्रहण करके सभी के सुख शांति की मंगल कामना की। इस प्रसिद्ध मंदिर में बारह साल में महाजात कुंभ का आयोजन होता है और हर साल इसकी वार्षिक पूजन किया जाता है। इस साल की वार्षिक पूजन में भक्तो ने कीर्तन भजनो के सुरीले स्वरो से मंदिर गुंजायमान हो गया सभी ने प्रसाद ग्रहण करके सभी के मंगलमय जीवन की कामना की।
प्रसिद्ध समाज सेवक सेवानिवृत्त सूबेदार रसपाल सिह रावत, सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर बीरेन्द्र रावत ने बताया यहाँ जो भी तूँगनाथ भक्त सच्चे मन से आते हैं उनकी मनोकामना पूर्ण होती है। मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेन्द्र रावत ग्राम प्रधान कल्याण सिह, सामाजिक कार्यकर्ता टेक सिंह रावत, आनन्द उनियाल, कुलदीप रावत, प्रबल सिह रावत ने मंदिर की वार्षिक पूजन के सफल आयोजन के लिए श्रद्धालुऔ और क्षेत्र वासियो का आभार व्यक्त किया।