@ नई दिल्ली :
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण नियमित रूप से गुणवत्ता वाले विभिन्न सेवा मापदंडों को लेकर बेंचमार्क के मुकाबले दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के कार्य निष्पादन की निगरानी करता है। पिछली चार तिमाहियों (यानी दिसंबर 2023 को समाप्त तिमाही से सितंबर 2024 तक) के लिए पूर्वोत्तर और असम लाइसेंस सेवा क्षेत्र (एलएसए) में मोबाइल सेवाओं की निष्पादन निगरानी रिपोर्ट (पीएमआर) के अनुसार, बीएसएनएल अधिकांश नेटवर्क से संबंधित क्यूओएस मापदंडों के बेंचमार्क को पूरा कर रहा है।
सरकार देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में दूरसंचार इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार करने के लिए, डिजिटल भारत निधि के तहत विभिन्न परियोजनाओं को कार्यान्वित कर रही है जैसे (i) 4जी संपूर्णता परियोजना, ताकि देश भर में 4जी मोबाइल सेवाएं कवर नहीं किए गए गांवों में उपलब्ध कराई जा सकें, (ii) सीमा चौकियां (बीओपी)/सीमा खुफिया चौकियां (बीआईपी) परियोजना , ताकि बीओपी/बीआईपी पर 4जी आधारित मोबाइल सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें , (iii) पूर्वोत्तर क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी के लिए व्यापक दूरसंचार विकास योजना ताकि कवर नहीं किए गए गांवों और राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे मोबाइल कवरेज उपलब्ध कराई जा सके, और (iv) भारतनेट परियोजना, जिसे देश में मांग के आधार पर सभी ग्राम पंचायतों और गांवों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए चरणबद्ध तरीके से कार्यान्वित किया जा रहा है । संचार एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासनी चंद्रशेखर ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।