उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत पर आधारित फिल्म “खोली का गणेश” का दिल्ली में भव्य शुभारंभ

@ प्रजा दत्त डबराल नई दिल्ली :-

उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान, पौराणिक परंपराएं और सामाजिक सरोकारों को समेटे हुए बहुप्रतीक्षित उत्तराखंडी फिल्म “खोली का गणेश” का भव्य शुभारंभ आज राजधानी दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित यूथ हॉस्टल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के मीडिया प्रांगण में संपन्न हुआ। इस भव्य आयोजन में देशभर से आए पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, संस्कृति प्रेमियों और फिल्म जगत के गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही।

फिल्म की थीम और सामाजिक संदेश

“खोली का गणेश” सिर्फ एक पारंपरिक कहानी नहीं, बल्कि यह सामाजिक बंधनों, जातिगत भेदभाव और संकीर्ण सोच के विरुद्ध प्रेम, आत्मबल और संस्कृति का संगम प्रस्तुत करती है। फिल्म का कथा-वस्तु दो सच्चे प्रेमियों की मार्मिक यात्रा को दर्शाता है, जो रूढ़ियों से संघर्ष करते हुए अपनी अस्मिता को खोजते हैं। फिल्म में उत्तराखंड की दिव्यता और प्राकृतिक सौंदर्य की झलक के साथ-साथ समाज के प्रासंगिक मुद्दों को संवेदनशीलता से प्रस्तुत किया गया है।

निर्माण और निर्देशन

फिल्म का लेखन एवं निर्देशन अविनाश ध्यानी द्वारा किया गया है, जबकि निर्माण जयदीप पांगाल के निर्देशन में पद्मा सिद्धि, पंडित फिल्म्स एवं मीडिया हाउस के बैनर तले हुआ है। फिल्म में उत्तराखंड की विरासत, देवी-देवताओं की मान्यताएं और पारंपरिक जीवनशैली को प्रामाणिक रूप से चित्रित करने के लिए इसकी शूटिंग राज्य के गांवों, मंदिरों और सांस्कृतिक स्थलों पर की गई है।

मुख्य कलाकारों और टीम की उपस्थिति

फिल्म में शुभम सेमवाल और सुरुचि सकलानी ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं, जिनके अभिनय को भावनात्मक गहराई और यथार्थ का बेहतरीन मिश्रण माना गया। इनके अलावा रश्मि नौटियाल, विनय जोशी और दीपक रावत ने भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में निर्देशक अविनाश ध्यानी, निर्माता जयदीप पांगाल, डिस्ट्रीब्यूटर विकास जैन, एडिटर धनंजय ध्यानी, लाइन प्रोड्यूसर जीत मैला गुरूंग, एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर रेज़ा ख़ान सहित पूरी स्टारकास्ट मौजूद रही।

इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार मदन मोहन सती मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ वरिष्ठ पत्रकार दिनेश कांडपाल, प्रदीप बेदवाल, सेवानिवृत्त अधिकारी खुशहाल रावत, सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश फूलारा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति कार्यक्रम की गरिमा बढ़ा रहे थे।

फिल्म का उद्देश्य और भविष्य की योजना

फिल्म के निर्देशक अविनाश ध्यानी ने मीडिया से संवाद करते हुए कहा, “यह फिल्म उत्तराखंड की आत्मा को दर्शाती है और इसकी सांस्कृतिक गहराइयों को देश-विदेश में पहुंचाने का प्रयास है।” उन्होंने राज्य सरकार का सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए आशा जताई कि उत्तराखंड जल्द ही देश के प्रमुख फिल्म शूटिंग स्थलों में शामिल होगा।

रिलीज की जानकारी

फिल्म “खोली का गणेश” 18 अप्रैल 2025 को देहरादून के सिनेमा घरों में रिलीज़ की जा रही है और शीघ्र ही दिल्ली-एनसीआर सहित अन्य राज्यों में भी प्रदर्शित की जाएगी। फिल्म को लेकर दर्शकों में उत्सुकता बनी हुई है और यह निश्चित रूप से एक प्रभावशाली सामाजिक और भावनात्मक संदेश के साथ दर्शकों को जोड़ने में सक्षम होगी।

समापन विचार कार्यक्रम का समापन सकारात्मक चर्चाओं और भावी योजनाओं के साथ हुआ। सभी उपस्थित लोगों ने एक स्वर में फिल्म के प्रयासों की सराहना की और कहा कि “खोली का गणेश” उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को विश्व मंच पर सम्मान दिलाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम सिद्ध होगा।

2 thoughts on “उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत पर आधारित फिल्म “खोली का गणेश” का दिल्ली में भव्य शुभारंभ

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