@ भोपाल मध्यप्रदेश
स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा है कि प्रदेश में नई शिक्षा नीति-2020 का क्रियान्वयन प्रभावी ढंग से किया जा रहा है। प्रदेश के विद्यालयों में शिक्षा को रोजगार से जोड़ने का कार्य प्राथमिक स्तर पर किया जा रहा है।
विद्यार्थी क्षमता अनुसार विषय चुन सकें और अपनी रूचि के अनुसार सही केरियर का चयन कर सकें, इसके लिये स्कूलों में विषय विशेषज्ञों के माध्यम से काउंसलिंग की व्यवस्था की गई है। स्कूल शिक्षा मंत्री सिंह भोपाल के देहली पब्लिक स्कूल में नवगठित छात्र-परिषद के शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
स्कूल शिक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि सही मायनों में शिक्षा का अर्थ अपने ज्ञान का दूसरों की भलाई में उपयोग करना है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक छात्र को स्कूल का आदर्श वाक्य “स्वयं से पहले सेवा” को आत्मसात करना चाहिए। कार्यक्रम को शिक्षण संस्थान के प्रो-वाईस चेयरमेन हरि मोहन गुप्ता एवं अन्य पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया। नवगठित छात्र-परिषद को मुख्य अतिथि ने शपथ दिलाई।
इस मौके पर स्कूल के छात्रों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक नृत्य और गायन की प्रस्तुति दी गई। डीपीएस में आयोजित यह अलंकरण समारोह समग्र विकास को बढ़ावा देने और अपने छात्रों के बीच नेतृत्व के मूल्यों को स्थापित करने की स्कूल की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण था। यह एक महत्वपूर्ण अवसर था जो कार्यक्रम में उपस्थितजनों के लिये सदैव अंकित रहेगा और आने वाली पीढ़ियों के लिये प्रेरक बनेगा।