@ विशाखापत्तनम आंध्रा प्रदेश
विशाखापत्तनम में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति विशाखापत्तनम के अंतर्गत HPCL के सहयोग से विशाखापत्तनम इस्पात संयंत्र की कॉर्पोरेट इकाई राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड में “नवीनतम हिंदी संसदीय समिति प्रश्नावली और त्रैमासिक प्रगति रिपोर्ट” पर दो दिवसीय राष्ट्रीय हिंदी संगोष्ठी शुरू हुई।
विशाखापत्तनम इस्पात संयंत्र के मानव संसाधन विकास केंद्र-नागार्जुन में दो दिवसीय राष्ट्रीय हिंदी संगोष्ठी का उद्घाटन RINL के निदेशक (कार्मिक) डॉ. सुरेश चंद्र पांडे ने किया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्य अतिथि RINL के निदेशक (कार्मिक) डॉ. सुरेश चंद्र पांडे ने कहा कि राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड हिंदी के प्रभावी कार्यान्वयन में सर्वदा अग्रणी रहा है और नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (ने अन्य क्षेत्रीय कार्यालयों के सहयोग से कई पहल की हैं।
डॉ. सुरेश चंद्र पांडे ने RINL और टीओएलआईसी द्वारा आयोजित किए जा रहे उपयोगी कार्यक्रमों पर चर्चा की और RINL प्रबंधन द्वारा पूर्ण समर्थन का आश्वासन भी दिया। इस सेमिनार को RINL और HPCL का भरपूर समर्थन मिला।
HPCL के महाप्रबंधक (परियोजनाएं) धर्मवीर ने विशेष अतिथि के रूप में भाग लिया और ऐसे उपयोगी कार्यक्रमों के आयोजन में RINL के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि HPCL ऐसे आयोजनों के लिए हमेशा सहयोग देगा।
इस संगोष्ठी में टीओएलआईसी कार्यकारिणी के सदस्य कार्यालयों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ इस्पात मंत्रालय के अंतर्गत विभिन्न संगठनों जैसे SAIL, MOIL, KIOCL, MSTC तथा अन्य CPSU, Banks, भारतीय मत्स्य सर्वेक्षण के हिंदी अधिकारी भाग ले रहे हैं।
RINL के महाप्रबंधक (राजभाषा एवं आतिथ्य) डॉ. ललन कुमार ने गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन RINL की सहायक महाप्रबंधक (राजभाषा) डॉ. टी. हिमावती ने किया। HPCL के हिंदी नोडल अधिकारी जेवीवीआर सुरेश ने आभार व्यक्त किया।