@ नई दिल्ली
वित्त वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड उत्पादन स्तर पर पहुँचने के बाद, वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-नवंबर) के दौरान देश में कुछ प्रमुख खनिजों के उत्पादन में मजबूत वृद्धि देखी गई है। मूल्य के हिसाब से कुल एमसीडीआर खनिज उत्पादन में लौह अयस्क का हिस्सा 69% है। वित्त वर्ष 2023-24 में लौह अयस्क का उत्पादन 274 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी)था।
अस्थायी आंकड़ों के अनुसार, लौह अयस्क का उत्पादन वित्त वर्ष 2023-24 (अप्रैल-नवंबर) में 177.2 एमएमटी से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-नवंबर) में 182.6 एमएमटी हो गया है, जो 3% की स्वस्थ वृद्धि दर्शाता है। मैंगनीज अयस्क का उत्पादन पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 2.1 एमएमटी से वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-नवंबर) में 9.5% बढ़कर 2.3 एमएमटी हो गया है।
क्रोमाइट का उत्पादन पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 1.8 एमएमटी से वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-नवंबर) में 11.1% बढ़कर 2.0 एमएमटी हो गया है। इसके अतिरिक्त, बॉक्साइट का उत्पादन भी वित्त वर्ष 2023-24 (अप्रैल-नवंबर) में 14.6 एमएमटी से वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-नवंबर) में 8.9% बढ़कर 15.9 एमएमटी हो गया है।
गैर-लौह धातु क्षेत्र में, वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-नवंबर) में प्राथमिक एल्युमीनियम उत्पादन में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 1.1% की वृद्धि दर्ज की गई, जो वित्त वर्ष 2023-24(अप्रैल-नवंबर) में 27.60 एलटी से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-नवंबर) में 27.91 लाख टन (एलटी) हो गया। इसी तुलनात्मक अवधि के दौरान, रिफाइंड कॉपर का उत्पादन 9.2% बढ़कर 3.16 एलटी से 3.45 एलटी हो गया है।
भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक है, रिफाइंड कॉपर में शीर्ष-10 उत्पादकों में से एक है और दुनिया में चौथा सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक है।चालू वित्त वर्ष में लौह अयस्क के उत्पादन में निरंतर वृद्धि उपयोगकर्ता उद्योग यानी स्टील में मजबूत मांग की स्थिति को दर्शाती है। एल्युमीनियम और तांबे में वृद्धि के साथ, ये वृद्धि रुझान ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, निर्माण, ऑटोमोटिव और मशीनरी जैसे उपयोगकर्ता क्षेत्रों में निरंतर मजबूत आर्थिक गतिविधि की ओर इशारा करते हैं।