@ कमल उनियाल द्वारीखाल उत्तराखंड
हरे भरे वन, ताजी खुली ठंडी हवा हरे भरे विशाल पेड पंछियो की चह चहहाट से उत्तराखंड के वनो की प्राकृतिक सौन्दर्य हर किसी को मोह लेती है। पर गर्मीयाँ पडते ही आग का तांडव इस सौन्दर्य को भस्म कर देता है।
जंगलो को वनाग्नि से बचाने के लिये गोष्ठियाँ, जनजागरुकता अभियान, नुक्कड़ नाटक, जागरुक रथ के जरिए वन विभाग के कर्मचारी आमजनो को जागरूक करते हैं। कुछ वनकर्मी इसे महज रोजी रोटी समझकर अपनी सेवाये देते हैं।
पर कुछ विभागीय कर्मचारी ऐसे भी है जो वनो को बचाने के लिए तन मन से समर्पित है जो वनो को अपना परिवार की तरह मानते हैं ऐसे ही वनकर्मी है जयहरीखाल /मटियाली रेंज के वनक्षेत्र अधिकारी विशन दत्त जोशी जो वनो को आग से बचाने के लगातार प्रयासरत है वनो के प्रति उनका आत्मिक लगाव ने इन्हें आदर्श वनप्रेमी बना दिया है।
वनो में आग न लगे ये अपने स्तर से प्रयासरत रहते हैं। जनजागरुकता अभियान, आमजनो को जागरुक करना और कही भी आगजनी की घटना होती है चाहे वो रात हो या दिन वे अपने सहकर्मयो के साथ आग की प्रचंड ज्वाला को काबू करते हैं। और गाँव गाँव जाकर वे लोगो को वनो के महत्व के बारे में सामुहिक सहभागिता, जनजागरुकता के साथ आग बुझाने वाले अग्नि योद्धाओ को सम्मानित करने के लिए चयनित करते हैं।
उन्के द्वारा वन्य प्राणी संरक्षण सुरक्षा और उन्के वासस्थल को पुनर्जीवत का प्रयास भी जारी है। इसी के तहत यमकेश्वर के पोखाल क्षेत्र के जनप्रतिनिधियो, प्रधान वन सरपंच, महिला मंगल दल तथा सामाजिक कार्यकर्ताओ का प्रतिनिधि मंडल ने विधान सभा अध्यक्षा ऋतु खंडूरी से मिलकर विशन दत्त जोशी को सम्मानित करने की माँग की।