@ जयपुर राजस्थान
शासन सचिव, स्कूल शिक्षा कृष्ण कुणाल ने कहा कि विद्यालयों में छात्रों को दी जाने वाली वोकेशनल शिक्षा को रोजगार से जोड़ना सुनिश्चित करें एवं कक्षा 9 से 12 की छात्राओं को भी प्रोत्साहित कर विभिन्न ट्रेड्स से जोडे़ं। कुणाल सोमवार को शिक्षा संकुल में राजस्थान एजुकेशन इनीशियटिव पार्टनर्स के साथ आयोजित समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने अभिभावकों को शिक्षा का महत्व समझाकर विद्यार्थियों के ड्रॉपआउट को रोकने की बात कही। उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग करने, स्वयं सेवी संस्थाओं को अन्य पिछडे़ जिलों में भी शिक्षा की गुणवत्ता के कार्यों के लिए आगे आने का आह्वान किया। डिजिटल लाईब्रेरी के लिए सुझाव देने तथा पूर्व प्राथमिक शिक्षण को सहज एवं आनन्ददायक बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने एनजीओ द्वारा शिक्षकों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण का आगामी सत्र के लिए शैक्षणिक कलैण्डर तैयार करने के निर्देश दिए, जिससे किसी भी प्रशिक्षण की पुनरावृत्ति न हो। आयुक्त, राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद् अविचल चतुर्वेदी ने कहा कि डिजिटल साक्षरता भविष्य में हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने जीवन कौशल के अन्तर्गत छात्र-छात्राओं को वित्तीय साक्षरता की जानकारी देने पर भी जोर दिया।
बैठक में स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने संस्थानों के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्याें की विस्तारपूर्वक जानकारी दी तथा आगामी सत्र की कार्य योजना से अवगत करवाया।
बैठक में अतिरिक्त परियोजना निदेशक सुरेश बुनकर सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी तथा दो दर्जन से अधिक राजस्थान एजुकेशन इनीशियटिव पार्टनर्स के प्रतिनिधि मौजूद रहे।