@ नई दिल्ली
वस्त्र मंत्रालय और इसके संगठनों ने कल देशभर के अपने कार्यालयों में स्वच्छता अभियान से जुड़ी पहलों के लिए तैयारी पूरी की। इन पहलों में कई गतिविधियां जैसे कार्यालय परिसर, निकट के स्थानों में स्वच्छता अभियान, अपशिष्ट को अलग करना, डार्क स्पॉट की पहचान करना, रिकॉर्ड रूप की सफाई करना तथा कार्यालय परिसर का सौंदर्यकरण सम्मिलित हैं।
अपशिष्ट से संपदा विषय के अंतर्गत नवाचार विचार और गतिविधियों, जिसके अंतर्गत पांच ‘आर’ ‘रिफयूज, रिडयूज, रियूज, रिपरपोज और रिसाईकिल’ पर बल देने के साथ निरंतरता पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है। थ्रेड ऑफ चेंज : विविंग सस्टेंबिलिटी एंड एम्पावरमेंट के अंतर्गत वस्त्र समिति पर्यावरण पर प्रभावों और सामाजिक कल्याण पर ध्यान केन्द्रित करते हुए स्वच्छता ही सेवा के लक्ष्यों के प्रति संरेखित है।
हथकरघा विकास आयुक्त ने अपशिष्ट से कला निर्माण की पहल की है। यह कार्यालय हाउस कीपिंग कर्मचारियों/एमटीएस, कर्मचारियों की सहायता से ग्लास, दीया, प्लांटर आदि के स्वरूप में अपशिष्ट से कला उत्पादों का सृजन कर रहा है। इन पहलों के माध्यम से अपशिष्ट को मूल्यवान उत्पादों में परिवर्तित किया गया है, जिससे समुदायों को सशक्त करने के साथ ही सततता और सार्थक परिवर्तन को प्रोत्साहन देने के लिए एक आदर्श बना है।
इसके साथ ही राष्ट्रीय कपास निगम लिमिटेड, नेशनल टेक्सटाइल कारपोरेशन, राष्ट्रीय पटसन निगम लिमिटेड तथा अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में ‘एक पेड़ मां’ के नाम पहल के अंतर्गत बड़े स्तर पर पौधा रोपण अभियान का संचालन भी किया गया।
स्वच्छता जागरुकता को प्रोत्साहन देने तथा स्वच्छता ही सेवा हैशटैग के अंतर्गत लोगो द्वारा सोशल मीडिया पर सेल्फी सांझा करने के लिए प्रेरित करने हुए वस्त्र मंत्रालय के मुख्यालय में एक सेल्फी प्वाइंट स्थापित किया गया है।