2036 ओलंपिक की मेज़बानी के लिए भारत की बोली का प्रस्ताव

@ नई दिल्ली

ओलंपिक के लिए मेज़बानी के अधिकारों का आवंटन अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा एक विस्तृत मेज़बान चयन प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है, जो सार्वजनिक डोमेन में सुस्‍पष्‍ट है। IOC में इस मामले से निपटने के लिए एक समर्पित निकाय फ्यूचर होस्ट कमीशन है।

इच्छुक राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों को FHC के साथ बातचीत शुरू करनी होती है, बाद में उसे निरंतर बातचीत का रूप ले लेती है और अंततः, चयनित एनओसी के साथ लक्षित वार्ता होती है।

FHC द्वारा इस वार्ता को पूरा किए जाने के बाद IOC कार्यकारी बोर्ड चुनाव आयोजित करता है जिसमें सदस्य संबंधित ओलंपिक खेलों की मेजबानी का अधिकार प्रदान करने के लिए मतदान करते हैं। भारत की एनओसी, भारतीय ओलंपिक संघ ने FHC के साथ बातचीत की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

ओलंपिक खेलों में किसी भी खेल को शामिल करने का निर्णय अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा लिया जाता है। अन्य बातों के अलावा, IOC ने निर्धारित किया है कि किसी खेल को अंतर्राष्ट्रीय महासंघ द्वारा संचालित होना चाहिए, जो ओलंपिक चार्टर के नियमों का पालन करने का वचनबद्ध हो और दुनिया भर में इस खेल का व्यापक रूप से अभ्यास किया जाना चाहिए और इसे विभिन्न मानदंडों को पूरा करना चाहिए।

यह निर्णय या तो IOC के सर्वोच्च अंग IOC कार्यकारी बोर्ड द्वारा सत्र के माध्‍यम से लिया जाता है, जो सैद्धांतिक रूप से संबंधित ओलंपिक खेलों के उद्घाटन से सात वर्ष पूर्व होता है, या ओलंपिक खेलों के संबंधित मेजबान का चुनाव करने वाले सत्र में, जो भी बाद में हो,में लिया जाता है। यह जानकारी केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।

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