@ नई दिल्ली :
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने संसद सदस्यों से आग्रह किया कि वे ‘टीबी मुक्त भारत’ और ‘नशा मुक्त भारत’ अभियान को ‘जन-आंदोलन’ बनाएं और भारत को 2025 तक क्षय रोग (टीबी) से मुक्त बनाने के लिए आपस में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित करें।
नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में ‘टीबी मुक्त भारत’ और ‘नशा मुक्त भारत’ अभियानों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सभी राजनीतिक दलों के सांसदों के बीच मैत्रीपूर्ण क्रिकेट मैच का उद्घाटन करते हुए, बिड़ला ने कहा कि व्यापक जागरूकता और जन भागीदारी तपेदिक (टीबी) और नशीली दवाओं की लत से हमारी लड़ाई में सफलता की कुंजी है।
लोकसभा अध्यक्ष ने स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए टीबी और नशीली दवाओं की लत के उन्मूलन की आवश्यकता और ‘स्वस्थ प्रतिस्पर्धा’ की भावना पैदा पर बल दिया, जहां सभी संसदीय क्षेत्र टीबी मुक्त बनने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे, जिससे टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य प्राप्त होगा।
बिड़ला ने टीबी से लड़ाई में निर्वाचित प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधियों से बीमारी की रोकथाम के उद्देश्य से सामाजिक कार्यक्रमों और सरकारी पहलों में योगदान देने की अपेक्षा की जाती है। उन्होंने जन प्रतिनिधियों से बीमारी की रोकथाम और बीमारी के बाद की देखभाल में अपने अनुभव का लाभ उठाने के लिए कहा।
बिड़ला ने कहा कि क्षय रोग (टीबी) ऐसी बीमारी है जो लोगों, विशेषकर गरीबों के लिए महत्वपूर्ण चुनौतियाँ और कठिनाइयाँ प्रस्तुत करती है। उन्होंने इन चुनौतियों से पार पाने के लिए राष्ट्रीय संकल्प की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2030 तक टीबी को खत्म करने का वैश्विक लक्ष्य रखा है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व के तहत, भारत ने 2025 तक टीबी को खत्म करने का अधिक महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। बिड़ला ने कहा कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी संसद सदस्यों का सहयोग महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे संसद में भारत के 1.4 अरब लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। लोकसभा अध्यक्ष ने उनसे यह सुनिश्चित करने के लिए संकल्प के साथ काम करने का आग्रह किया कि भारत 2025 तक टीबी मुक्त हो जाएगा।
यह देखते हुए कि टीबी को खत्म करने की पहल संसद ने की है, और इसे आगे ले जाना सांसदों की जिम्मेदारी है, बिड़ला ने कहा कि पंचायत से संसद तक, भारत की लोकतांत्रिक संरचना में शामिल सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों को यह लक्ष्य प्राप्त करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम करना चाहिए।
20 ओवर का मैत्रीपूर्ण क्रिकेट मैच भारत को टीबी और नशीली दवाओं की लत से मुक्त बनाने के लिए जागरूकता पैदा करने केउद्देश्य से पूर्व केंद्रीय मंत्री और हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर की पहल थी। लोकसभा अध्यक्ष एकादश टीम की कप्तानी अनुराग सिंह ठाकुर ने की, जबकि राज्यसभा अध्यक्ष एकादश का नेतृत्व किरेन रिजिजू ने किया। लोकसभा अध्यक्ष एकादश की टीम 73 रन से विजयी रही। अनुराग सिंह ठाकुर को 111 रन की नाबाद पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।