@ नई दिल्ली
रिकॉर्ड तोड़ शतक बनाने से चूक गए लेकिन भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के लिये निजी उपलब्धियां मायने नहीं रखते और उनका एकमात्र लक्ष्य गेंदबाजों को मैदान के चारों ओर शॉट लगाकर उन पर दबाव बनाना था ।
रोहित ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ सुपर आठ चरण के आखिरी मैच में 41 गेंद में सात चौकों और आठ छक्कों से 92 रन की आक्रामक पारी खेली जिससे भारत ने पांच विकेट पर 205 रन का मौजूदा टूर्नामेंट का अपना सर्वोच्च स्कोर बनाकर 24 रन से जीत दर्ज की ।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए। उन्होंने अपनी तूफानी बैटिंग का राज पूछने पर कहा जब आप खुले दिमाग से खेलते हैं और सिर्फ एक शॉट के बारे में नहीं सोचते तो आप मैदान में कहीं भी रन बना सकते हैं। यह एक बेहतरीन पिच थी। आप लाइन जल्दी पिक करने के बाद खुद को शॉट खेलने के लिए तैयार करना चाहते हैं। मैं पिछले कई साल से ऐसा करने की कोशिश कर रहा हूं। मुझे खुशी है कि आज यह संभव हो पाया।
रोहित शर्मा ने कहा अर्धशतक और शतक मायने नहीं रखते। मैं बस उसी अंदाज से बल्लेबाजी करना चाहता था जैसे करता आया हूं। आप बड़ा स्कोर बनाना चाहते हैं। मैं आज ऐसा करने में कामयाब रहा। तेज हवा के बीच बल्लेबाजी करने के संदर्भ में रोहित ने कहा मैंने पहले ओवर से ही सोचा था कि तेज हवा चल रही है। उन्होंने (ऑस्ट्रेलया) अपनी योजना बदली और हवा के विपरीत गेंदबाजी की। इसलिए मुझे लगा कि मुझे ऑफ साइड में भी शॉट खेलने होंगे। आपको हवा का भी ध्यान रखना होगा और समझना होगा कि गेंदबाज भी समझदार हैं और मैदान के सभी तरफ शॉट खेलने होंगे।