@ देहरादून उत्तराखंड
26 मई को श्री चैतन्य गौडीय मठ प्रतिष्ठान के प्रतिष्ठाता ॐ विष्णुपाद 108 श्रीमद भक्ति बल्लभ तीर्थ गोस्वामी महाराज का जन्म शताब्दी महा महोत्सव समारोह के आज अन्तिम दिन में श्री व्यास पूजा एवं गुरु महाराज की अलौकिक पूजा महोत्सव का प्रातः 9:00 बजे से आयोजन किया गया।
आज के प्रसंग में श्री व्यास पूजा महोत्सव में पूजा एवं गुरु की महिमा वह संकीर्तन पर विस्तारपूर्वक वर्णन करते हुए श्री मुनि महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि गुरु की महिमा जगत में सबसे उच्च कोटि की है क्योंकि गुरु ही एकमात्र साधन है जो पार ब्रम्ह परमेश्वर से मिला सकता है गुरुजी की कृपा से जीव का इस लोक में भी यश गान होता है और परलोक में भी स्वर्ग की प्राप्ति होती है ।
गुरुदेव की कृपा से ही साधु संतों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और भगवत भक्ति की प्राप्ति होती है इसलिए संतो की गुरुजनों की सेवा करनी चाहिए।
बलराम प्रभु दाऊ भैया के मीठे मीठे भजनों से सभागार में उपस्थित सभी भक्तगण भाव विभोर हो करके नृत्य करने लगे।
जन्म शताब्दी समारोह में श्री भक्ति बिलास त्रिदंदी महाराज मठ रक्षक त्यागी महाराज दिनेश शर्मा, उमा नरेश तिवारी ,मनोहर लाल, मृदुल प्रभु, अशोक प्रभु, शुभम, लक्ष्य, मयंक ,गौरव, सतीश ,वैभव ,कमल आदि भक्तगण उपस्थित रहे।