@ कमल उनियाल द्वारीखाल उत्तराखंड
उत्तराखंड के वनो में आग का तांडव देखने को मिल रहा है। गर्मी और तेज हवाओं के कारण आग को काबू करने के लिए वनकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड रही है। वनो में आग लगने का मुख्य कारण मानव जनित गलतियां के साथ असामाजिक तत्व भी सक्रिय है।
जनजागरुकता अभियान तथा शासन प्रशासन के सख्त रवैया के बाद भी असामाजिक तत्व वनो में आग लगाने का दुःसाहस कर रहे हैं। भूमी संरक्षण वन प्रभाग लैन्सडौन के जयहरीखाल रैंज के वन क्षेत्र अधिकारी विशन दत्त जोशी को सूचना मिली कि कुल्हाड सतपुली बीट के वन क्षेत्र में आराजक तत्वों द्वारा आग लगाई गयी है।
उन्होने सतकर्ता दिखाते हुये वन आरक्षी संजय कंडारी, वन आरक्षी प्रमोद वर्मा, वन दरोगा रमेश गुसांई को वनाग्नि को नियंत्रित करने के लिए घटनास्थल पर भेजा। जब ये वनकर्मी आग बुझाकर वापस आ रहे थे तो देखा कि एक व्यक्ति उसी वनक्षेत्र में आग लगा रहा है तो वनकर्मियों ने घटनास्थल से टेकराम पुत्र जीतबहादुर निवासी रोल्पा नेपाल को रंगेहाथ आग लगाते पकड लिया।
पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया तथा कहा वह मजदूरी करता है उसके साथ मजदूरी कर रहे अन्य तीन व्यक्तियों ने भी आरोपी पर वन क्षेत्र में आग लगाने के बयान की पुष्टि की।
वनक्षेत्र अधिकारी विशन दत्त जोशी जयहरीखाल रैंज ने बताया कि उक्त आरोपी व्यक्ति पर भारतीय वन अधिनियम धारा 26 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। और बताया कि आग लगाने वाले शरारती तत्वों को बख्शा नहीं जायेगा। और कहा प्रत्येग बीट क्रू स्टेशन बनाये गये हैं। दावानल को रोकने के लिए मुखबिर तंत्र से लेकर वनकर्मियो को अलर्ट कर दिया है। उक्त टीम में वनदरोगा हरक सिह दानू सहित विभागीय कर्मी मौजूद रहे।