@ सिद्धार्थ पाण्डेय गुवा/ जमशेदपुर झारखंड
नक्सल प्रभावित सारंडा के सुदूरवर्ती बहदा गांव के बच्चों का झुकाव शिक्षा के क्षेत्र में होना ग्रामीणों को काफी सुकुन दे रहा है। मई माह से गांव के स्कूल में गर्मी की छुट्टी है। इसके बावजूद गांव के दर्जनों बच्चे रात में सोलर स्ट्रीट लाइट के नीचे बैठकर पढ़ते नजर आते हैं। उक्त सोलर स्ट्रीट लाइट टाटा स्टील फाउंडेशन की ओर से गांव के कामेश्वर माझी के घर के पास लगाया गया है। जिसका लाभ ग्रामीण बच्चे शिक्षा के लिए ले रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पहले बहदा गांव के बच्चे गांव में स्कूल होने के बावजूद बरसात और गर्मी छुट्टी के दौरान शिक्षा से वंचित रहते थे। मुख्य सड़क से बहदा गांव तक जाने के लिए पक्की सड़क नहीं थी। ऐसे में बरसात में रास्ता कीचड़ और दलदल हो जाता था। नाला में भी पानी भरा होता था। जिसकी वजह से शिक्षक भी स्कूल नहीं आ पाते थे। हालांकि गांव में जाने के लिए सड़क व पुलिया का निर्माण कार्य चल रहा है। बरसात से पहले सड़क बन जायेगी। उक्त मसले को ले मुखिया किरीबुरू पश्चिमी पंचायत,श्रीमती पार्वती किरो ने जिला प्रशासन से गाँव की बुनियादी समस्या हल करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि क्षेत्र क ग्रामीण जब तक खुशहाल नहीं रहेंगे बुनियादी स्तर से गाँव का विकास नही है। खुशहाल ग्रामीण है खुशहाल और समृद्ध समाज की रूप रेख गठित कर सकते है।