@ हरि सिंह रावत नई दिल्ली
– मामले में अपोलो अस्पताल के डॉक्टर बीएन दास के खिलाफ एफ आई दर्ज करने की भी मांग
– आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही के लिए न्यायालय की भी शरण लेगा पीड़ित पक्ष
– लाखों लेने के बाद भी डॉक्टर ने नहीं किया समुचित इलाज और इसी वजह से हुई पूर्व IAS अधिकारी वीरेंद्र सिंह की असमय मृत्यु
इलाज में लापरवाही के फल स्वरुप उत्तर प्रदेश में जिलाधिकारी समेत कई प्रतिष्ठित पदों पर रहे लोकप्रिय सेवानिवृत्त IAS अधिकारी श्री वीरेंद्र सिंह की मृत्यु को लेकर यहां अपोलो अस्पताल के खिलाफ जमकर प्रदर्शन करते हुए कार्रवाई की मांग की गई ।
पूर्व IAS अधिकारी वीरेंद्र सिंह की इलाज से लापरवाही में इसी अपोलो अस्पताल में 23 मई 2024 को असमय मृत्यु हो गई थी। उनकी पुत्री निशी सिंह ने आरोप लगाते हुए बताया कि इलाज के नाम पर लाखों रुपए वसूले जाने के बाद भी डॉक्टर बीएन दास ने उनके इलाज में लापरवाही बरती, जिसके फलस्वरूप पूर्व IAS अधिकारी और उनके पिता वीरेंद्र सिंह की मृत्यु हो गई।
इसी मुद्दे को लेकर आज अपोलो अस्पताल के खिलाफ प्रदर्शन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
इस दौरान प्रर्दशन कारियों ने अपोलो अस्पताल प्रशासन से असमय मृत्य का शिकार हुए पूर्व IAS अधिकारी वीरेंद्र सिंह के परिवार को न्याय देने के लिए डॉक्टर बीएन दास का लाइसेंस रद्द करने, उनके खिलाफ़ एफ आई आर दर्ज करने इंक्वारी करने और इंक्वारी पूरी होने तक उन्हें सस्पेंड किए जाने की भी मांग की गई।
पूर्व इस वीरेंद्र सिंह की पुत्री निशी सिंह ने डॉक्टर पर एफ आई आर करने की भी मांग करते हुए कहा कि ऐसा किया जाना इसलिए आवश्यक है ,ताकि भविष्य में कोई अन्य मरीज इलाज के नाम पर डॉक्टरों के आर्थिक स्वार्थ का शिकार ना हो।
उन्होंने बताया कि अगर इस मामले में की गई मांगों के अनुरूप कोई भी कार्रवाई नहीं की गई तो फिर पीड़ित पक्ष न केवल इस आंदोलन को आगे बढ़ाएगा बल्कि अपोलो हॉस्पिटल के खिलाफ न्यायालय की भी शरण लेगा ।