@ नई दिल्ली
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा के नेतृत्व वाले भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने जिनेवा में विश्व स्वास्थ्य संगठन की 77वीं वर्ल्ड हेल्थ असेंबली के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में गूगल की मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कैरेन डिसाल्वो के साथ मुलाकात की।
इस बैठक का उद्देश्य डिजिटल स्वास्थ्य उपकरणों को लोगों के वास्ते अधिक सुलभ बनाने के लिए गूगल रिसर्च और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच चल रही भागीदारी पर चर्चा करना था।
शुरुआत में, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने दोनों संगठनों के बीच चल रहे सहयोग की सराहना की। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में संभावित सहयोग की तलाश करने की आवश्यकता जताई और ऑटोमेटेड रेटिनल डिजीज असेसमेंट जैसे अधिक डिजिटल स्वास्थ्य उपकरण बनाने और उन्हें एबीडीएम सक्षम बनाने एवं छात्र समुदाय के साथ-साथ स्टार्टअप समुदाय के बीच एबीडीएम के बारे में जागरूकता फैलाकर आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के लिए गूगल के सहयोग की मांग की।
गूगल की टीम ने भारत के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के साथ गूगल रिसर्च के मौजूदा जुड़ाव के बारे में जानकारी दी। गूगल रिसर्च 2022 से एनएचए के साथ जुड़ा हुआ है, जब भारत के वास्ते डिजिटल स्वास्थ्य इकोसिस्टम बनाने के उद्देश्य से रुचि की अभिव्यक्ति (ईओआई) के लिए ओपन कॉल के तहत एबीडीएम की वेबसाइट पर डायबिटिक रेटिनोपैथी स्क्रीनिंग को ध्यान में रखते हुए गूगल के एआई मॉडल को सूचीबद्ध किया गया था।
इसके अलावा, गूगल रिसर्च और एनएचए दोनों मिलकर एबीडीएम सैंडबॉक्स एकीकरण की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए एक ओपन-सोर्स एबीडीएम रैपर के विकास पर भी काम कर रहे हैं।
इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव हेकाली झिमोमी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव एवं प्रबंध निदेशक आराधना पटनायक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के अतिरिक्त सीईओ डॉ. बसंत गर्ग भी उपस्थित थे।
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