@ जयपुर राजस्थान
शासन सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग डॉ. मोहन लाल यादव ने बताया कि मुख्य सचिव सुधांश पंत के निर्देशों पर शनिवार को सभी जिलों के उप निदेशक, सीडीपीओ तथा महिला पर्यवेक्षक व महिला सुपरवाइजर को निर्देशित किया कि राज्य के सभी जिलों में पांच- पांच आंगनबाड़ी केंद्रों का अवलोकन कर उड़ान योजना के अंतर्गत सैनेटरी नेपकिन वितरण व्यवस्था का भौतिक सत्यापन किया जाए।
शासन सचिव ने बताया कि उक्त निर्देशों कि पालना में राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों पर 6461 औचक निरीक्षण कर उड़ान योजना के अंतर्गत सैनेटरी नेपकिन वितरण व्यवस्था का भौतिक सत्यापन किया गया। जिसमें समेकित बाल विकास सेवाएं निदेशालय के अतिरिक्त निदेशक पोषाहार के द्वारा पांच, उपनिदेशक आईईसी के द्वारा पांच, जेपीसी-4 के द्वारा पांच तथा जिलों में कार्यरत उपनिदेशकों के द्वारा 185, सीडीपीओ के द्वारा 692, महिला पर्यावेक्षकों के द्वारा 4693 तथा अन्य के द्वारा 47 आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया गया एवं कुल 5637 आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण भौतिक सत्यापन किया गया है।
शासन सचिव ने बताया कि इसी प्रकार महिला अधिकारिता निदेशालय की ओर से भी उपनिदेशको एवं सहायक निदेशकों, संरक्षण अधिकारी व सभी महिला सुपरवाईजर द्वारा जिला स्तर पर विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रो व अन्य केन्द्रो का औचक निरिक्षण किया गया। जिसमें उपनिदेशको एवं सहायक निदेशकों द्वारा 143 , संरक्षण अधिकारी द्वारा 52 व महिला सुपरवाईजर द्वारा 619 तथा कुल 824 केद्रों का निरिक्षण किया गया।
डॉ. मोहन लाल यादव ने बताया कि किये गए कुल 6461 औचक निरीक्षण में जहां-जहां अनियमितता की रिपोर्ट प्राप्त हुईं है वहां सम्बंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता, महिला पर्यावेक्षक अथवा अन्य सम्बंधित अधिकारियों अथवा कर्मचारियों के विरुद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।