@ चंडीगढ़ पंजाब :-
ड्रग्स के खिलाफ चल रहे निर्णायक युद्ध के साथ ‘युद्ध नाशियान विरुद्ध’ की शुरुआत की गई मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों के चार महीने पूरे होने पर पंजाब पुलिस ने 1 मार्च 2025 से अब तक 12135 प्राथमिकी दर्ज की हैं और 19880 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिससे 786 किलोग्राम हेरोइन बरामद हुई है।

इस नशा विरोधी अभियान की शुरूआत के बाद से, पंजाब पुलिस, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों के तहत, राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ दैनिक अभियान चला रही है। गौरतलब है कि सीएम भगवंत सिंह मान ने पुलिस आयुक्तों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए कहा था। पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ युद्ध की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में 5 सदस्यीय कैबिनेट सब कमेटी का गठन भी किया है।
विशेष पुलिस महानिदेशक (विशेष डीजीपी) कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला, जो व्यक्तिगत रूप से अभियान की निगरानी कर रहे हैं, ने खुलासा किया कि 786 किलोग्राम हेरोइन के अलावा, पुलिस ने 301 किलोग्राम अफीम, 158 क्विंटल पोस्त की भूसी, 11 किलोग्राम चरस, 300 किलोग्राम गांजा, 2.9 किलोग्राम आईसीई, 27.99 लाख नशीली गोलियां/टैबलेट और ₹11.58 करोड़ ड्रग मनी भी जब्त की है।
122वें दिन के परिणाम का विवरण साझा करते हुए, विशेष डीजीपी ने कहा कि पंजाब पुलिस ने 128 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से 4.1 किलोग्राम हेरोइन, 3.5 किलोग्राम अफीम, 10 किलोग्राम पोस्त की भूसी, 13667 नशीली गोलियां और ₹1.25 लाख ड्रग मनी बरामद की है।
उन्होंने बताया कि 87 राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी में 1300 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली 200 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्य भर में 418 स्थानों पर छापेमारी की है, जिसके परिणामस्वरूप राज्य भर में 92 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने दिन भर चले अभियान के दौरान 428 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच भी की है। इस बीच, राज्य सरकार ने राज्य से नशीले पदार्थों के उन्मूलन के लिए तीन-आयामी रणनीति- प्रवर्तन, नशामुक्ति और रोकथाम (ईडीपी) लागू की है। पंजाब पुलिस ने ‘नशामुक्ति’ अभियान के तहत 76 व्यक्तियों को नशामुक्ति और पुनर्वास उपचार के लिए राजी किया है।
