@ सिद्धार्थ पाण्डेय /चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम ) झारखंड :-
गुवा थाना क्षेत्र के नुईया गांव के समीप स्थित वन देवी मंदिर में शनिवार की रात मां दुर्गा की प्रतिमा को असामाजिक तत्वों द्वारा माता की साड़ी एवं आभूषणों को उतार कर फेंक दिए जाने की घटना के खिलाफ गुवा बाजार पूरी तरह बंद रहा। घटना ने पूरे इलाके में धार्मिक और सामाजिक असंतोष को भड़का दिया है।

घटना के विरोध में हिंदू संगठनों और स्थानीय नागरिकों ने गुवा बाजार में पूर्ण बंदी का आह्वान किया, जिसका व्यापक असर देखने को मिला। सभी दुकानों, प्रतिष्ठानों और व्यवसायिक गतिविधियों पर ताले लटके रहे। सुबह से ही संगठन के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए और लोगों से शांतिपूर्ण बंद का समर्थन करने की अपील की।
इस विरोध प्रदर्शन में जिला परिषद सदस्य देवकी कुमारी, स्थानीय नेता और सामाजिक कार्यकर्ता भी सक्रिय रूप से भाग लेते दिखीं। उन्होंने लोगों से बात कर कहा कि यह घटना केवल एक मूर्ति तोड़ने की नहीं, हमारी आस्था को चुनौती देने की कोशिश है। दोषियों की जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए वरना आंदोलन और तेज होगा।
घ्यातव्य है कि रविवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा स्वयं गुवा पहुंचे थे और गुवा थाना प्रभारी नीतीश कुमार से मुलाकात कर दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की थी। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं सामाजिक सौहार्द्र को तोड़ने की साजिश हैं, जिन्हें किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
गुवा थाना में लिखित शिकायत दर्ज की जा चुकी है और पुलिस द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिससे लोगों में नाराजगी और असंतोष व्याप्त है। गौरतलब है कि दो वर्ष पूर्व भी इसी वन देवी मंदिर में मां दुर्गा मंदिर में समाज विरोधी घटना घटी थी लेकिन तब भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी। इस बार जनता और संगठनों की ओर से सख्त रुख अपनाया गया है।
