@ भोपाल मध्यप्रदेश
महिला-बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने कहा कि जो बच्चे बाल गृहों में रहते हैं, उनका ऑफ्टर केयर और प्रोपर केयर पहली प्राथमिकता होनी चाहिये।
साथ ही ऐसे बच्चों की पूरी देखभाल तब तक होनी चाहिए, जब तक उन्हें रोजगार नहीं मिल जाता। भूरिया ने बुधवार को खजूरीकला स्थित एसओएस बालग्राम और सेवा भारती द्वारा संचालित मातृछाया का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
मंत्री भूरिया ने कहा कि बच्चों को परिवार से जोड़ने का कार्य हमेशा प्राथमिकता पर रहे। एसओएस बालग्राम के बच्चों को नि:शुल्क कोचिंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित करें। उन्होंने सेवा भारती द्वारा संचालित मातृछाया शिशु गृह का भी निरीक्षण किया। भूरिया ने मातृछाया की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि मातृछाया में शिशुओं की देखभाल परिवार की तरह की जा रही है।
बच्चों के लिये झूला-घर, खेल परिसर आदि की व्यवस्था भी उनके सीखने और समझने के अनुरूप तैयार किया गया है। महिला-बाल विकास मंत्री भूरिया ने एसओएस बालग्राम और मातृछाया परिसर में पौधरोपण भी किया।