@ गांधीनगर गुजरात
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सोमवार को मेहसाणा जिले की विजापुर तहसील के गुंछळी रामेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित महारुद्री यज्ञ और प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में श्रद्धापूर्वक शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में लगभग 250 किलो वजन के घंटे का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने बाद में मंदिर के गर्भ गृह में पूजा-अर्चना कर जनकल्याण की प्रार्थना की। उन्होंने मंदिर परिसर में धन्वंतरि औषधि वन, बिली (बिल्व) वन और नक्षत्र वन का अवलोकन भी किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नूतन वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस दिवाली और नूतन वर्ष पर हम एक ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने हैं। 500 वर्षों के बाद भगवान राम अयोध्या में अपने मंदिर में विराजमान हुए हैं और उसके बाद यह पहली दीपावली है, जिसके हम सभी साक्षी बने हैं। यहां गुंछळी में भी रामेश्वर महादेव मंदिर 300 वर्ष पुराना है, जिसका पुनर्निर्माण करने के बाद आज प्राण प्रतिष्ठा हो रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हमारी विरासत और संस्कृति के संरक्षण के साथ विकास के संकल्प को साकार करने की दिशा में हम सभी आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के विकसित भारत के संकल्प को सार्थक करने के लिए गुजरात हमेशा आगे रहे, इसके लिए हम सभी को सामूहिक प्रयास करना होगा। उन्होंने आगे कहा कि यहां नक्षत्र वन, औषधि वन और बिली वन का निर्माण किया गया है, जिसका लाभ यहां आने वाले सभी लोगों को मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि परिसर में रामेश्वर महादेव की दृष्टि के सम्मुख पूर्व दिशा में नक्षत्र वन बनाया गया है। नक्षत्र वन एस्ट्रो थीम यानी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित एक बगीचा है, जिसमें राशि चक्र के साथ जुड़े पौधे और पेड़ होते हैं। इस नक्षत्र वन में नक्षत्रों की संख्या के अनुसार कुल 27 पेड़ लगाए गए हैं।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश भाई पटेल, राज्यसभा सांसद मयंकभाई नायक, लोकसभा सांसद हरिभाई पटेल, विजापुर के विधायक सी.जे. चावड़ा, माणसा के विधायक जे.एस. पटेल, अग्रणी गिरीशभाई राजगोर, पीआई पटेल, रमणभाई पटेल, कांतिभाई पटेल, डीडी पटेल, मुकेशभाई पटेल, राजूभाई पटेल और प्रभारी जिला कलेक्टर डॉ. हसरत जैस्मीन सहित ट्रस्टीगण, दानदाता और नागरिक उपस्थित रहे।