@ नई दिल्ली
राष्ट्रपति 07 नवंबर 24 को INS हंसा (गोवा में नौसेना वायु स्टेशन) पर पहुँचीं और उनका स्वागत नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल संजय जे सिंह ने किया। उनके आगमन पर 150 लोगों की औपचारिक ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ भी परेड की गई।
इसके बाद राष्ट्रपति ने गोवा के समुद्र में स्वदेशी विमानवाहक पोत INS विक्रांत पर सवार होकर भारतीय नौसेना के 15 अग्रणी युद्धपोतों और पनडुब्बियों के साथ काम किया। यह राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का समुद्र में भारतीय नौसेना के जहाजों का पहला दौरा था।
राष्ट्रपति को भारतीय नौसेना की भूमिका और चार्टर तथा संचालन की अवधारणा के बारे में जानकारी दी गई। इसके बाद राष्ट्रपति ने कई नौसेना अभियानों को देखा, जिसमें डेक-आधारित लड़ाकू विमानों का उड़ान भरना और उतरना, युद्धपोत से मिसाइल फायरिंग अभ्यास, पनडुब्बी संचालन, 30 से अधिक विमानों का फ्लाईपास्ट और युद्धपोतों का पारंपरिक स्टीम-पास्ट शामिल था।
राष्ट्रपति ने दोपहर के भोजन पर आईएनएस विक्रांत के चालक दल के साथ भी बातचीत की, जिसके बाद उन्होंने बेड़े को संबोधित किया, जिसे समुद्र में सभी इकाइयों में प्रसारित किया गया।