@ नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पूरी दुनिया भारतीय युवाओं की क्षमता के प्रति आकर्षित है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया के ज्यादातर नेताओं की अपेक्षा है कि उनके देश में कुशल जनशक्ति- भारतीय युवा काम करें। मोदी आज सवेरे गुजरात के वडताल में स्वामीनारायण मंदिर की 200वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारत के युवाओं की वैश्विक मांग और बढ़ने वाली है। मोदी ने कहा कि विकसित भारत के लिए युवाओं को सशक्त बनाना होगा और कुशल युवा देश की सबसे बड़ी ताकत बनेंगे। प्रधानमंत्री ने इस बात पर खुशी व्यक्त की कि सरकार ने इस अवसर पर 200 रुपये का चांदी का सिक्का और स्मारक डाक टिकट जारी किया है। उन्होंने कहा कि लोगों ने 200 साल पहले भगवान स्वामीनारायण द्वारा स्थापित वडताल धाम की आध्यात्मिक चेतना को जीवित रखा है। मोदी ने कहा कि यह अवसर लोगों के लिए भारतीय संस्कृति के शाश्वत प्रवाह का प्रमाण है।
प्रधानमंत्री ने देशवासियों से विकसित भारत के दृष्टिकोण को अपनाने और अगले 25 वर्षों में इसे हासिल करने में सक्रिय रूप से योगदान देने का आग्रह किया है। उन्होंने कुशल श्रमिकों की एक नई पीढ़ी विकसित करने के लिए सरकार के महत्वपूर्ण प्रयासों को रेखांकित किया। प्रधानमंत्री ने शिक्षा, कौशल विकास, नशामुक्ति और आधुनिकता के साथ आध्यात्मिकता के मिश्रण से नई पीढ़ी तैयार करने जैसे क्षेत्रों में स्वामीनारायण पंथ के उल्लेखनीय योगदान की सराहना की।
अपनी सरकार के मूल दर्शन – विकास भी विरासत भी’ को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी देश अपनी विरासत को संरक्षित किए बिना प्रगति नहीं कर सकता। मोदी ने भारत के लोगों और आध्यात्मिक नेताओं से देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करने और यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि इसे भावी पीढ़ियों तक पहुंचाया जाए। गुजरात के खेड़ा जिले में वडताल मंदिर के 200 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में भाग लेने के लिए देश भर से हजारों तीर्थ यात्री वहां पहुंचे। इस महोत्सव की शुरूआत इस महीने की सात तारीख को पोथी यात्रा और कलश यात्रा के साथ हुई थी और यह 15 नवंबर तक चलेगा।