@ नई दिल्ली :
संस्कृति मंत्रालय भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और वैश्विक स्तर पर भारत की छवि को बेहतर बनाने के लिए “वैश्विक सहभागिता योजना” चला रहा है। इस योजना के तहत, लोगों के बीच संपर्क और द्विपक्षीय सांस्कृतिक संपर्क को बढ़ावा देने के लिए विदेशों में भारत महोत्सव का आयोजन किया जाता है। लोक संगीत, लोक नृत्य, लोक रंगमंच और कठपुतली, शास्त्रीय तथा पारंपरिक नृत्य, प्रायोगिक और समकालीन नृत्य, शास्त्रीय तथा अर्ध शास्त्रीय संगीत के साथ ही रंगमंच आदि जैसी कलाओं का विविध सांस्कृतिक क्षेत्रों के कलाकार विदेशों में ‘भारत महोत्सव’ में प्रदर्शन करते हैं।
संस्कृति मंत्रालय भारत-विदेशी मैत्री सांस्कृतिक समितियों को अनुदान सहायता के माध्यम से विदेशों में भारतीय लोक कला, संस्कृति और संगीत को बढ़ावा देता है, जिसके तहत विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और गतिविधियों के आयोजन के लिए विदेशों में भारत-विदेशी मैत्री सांस्कृतिक समितियों को अनुदान जारी किया जाता है।
2013-14 से 2023-24 के दौरान विभिन्न देशों में कुल 62 भारत महोत्सव आयोजित किए गए हैं। इन भारत महोत्सव में लोक कलाकारों सहित कुल 2348 कलाकारों ने भाग लिया है। भारत महोत्सव में प्रत्येक प्रदर्शन के लिए लोक कलाकारों को 35,000/- रुपये (मुख्य/नेता कलाकार को) तथा 7000/- रुपये (साथी कलाकार को) का भुगतान किया जाता है।
संस्कृति मंत्रालय ‘वरिष्ठ कलाकारों के लिए वित्तीय सहायता’ योजना संचालित करता है जिसका उद्देश्य 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के वृद्ध और आर्थिक रूप से कमजोर कलाकारों को सहायता प्रदान करना है, जिन्होंने लोक कला सहित कला, साहित्य के विशिष्ट क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है या अभी भी योगदान दे रहे हैं। इस योजना के तहत चयनित कलाकारों को राज्य कलाकारों को मिलने वाली पेंशन की राशि, यदि कोई हो, समायोजित करने के बाद अधिकतम 6000/- रुपये प्रति माह तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
संस्कृति मंत्रालय ने विभिन्न कलाओं के प्रारूपों के अंतर्गत कलाकारों/समूहों को सूचीबद्ध किया है और विदेशों में भारत महोत्सव में प्रदर्शन के लिए सूचीबद्ध नामों वाले कलाकारों का चयन किया जाता है। वर्तमान में उत्तराखंड के दो लोक कलाकार/समूह और एक कथक कलाकार संस्कृति मंत्रालय के साथ सूचीबद्ध हैं। अब तक उत्तराखंड के एक दल ने 8 से 16 अगस्त, 2017 के दौरान क्यूबा और डोमिनिकन गणराज्य में आयोजित ‘फ्रीडम 70 सांस्कृतिक कार्यक्रम’ में भाग लिया है।
इसके अलावा, ‘वरिष्ठ कलाकारों को वित्तीय सहायता’ योजना के अंतर्गत पिछले दो वर्षों और मौजूदा वर्ष में उत्तराखंड राज्य के चार कलाकारों का चयन कर उन्हें सहायता प्रदान की गई है। यह जानकारी केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने आज राज्य सभा में एक लिखित उत्तर में दी।