@ नई दिल्ली
संसद के शीतकालीन सत्र के 19 वें दिन गुरुवार को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के अपमान को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इस मुद्दे पर विपक्षी सांसदों ने संसद के बाहर जोरदार विरोध मार्च निकाला। इस मार्च में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी नीले कपड़ों में शामिल हुए, जो अंबेडकर के प्रति सम्मान का प्रतीक था।
लोकसभा और राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह के बयान को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। सदन की कार्यवाही को भारी शोर-शराबे के कारण दोपहर 2 बजे तक स्थगित करना पड़ा।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने गृह मंत्री अमित शाह से उनके बयान पर माफी की मांग की। 18 दिसंबर को भी विपक्षी सांसदों ने जय भीम के नारे लगाकर अपना विरोध दर्ज कराया था।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 17 दिसंबर को गृह मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने इस बात की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा की।
राज्यसभा में केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि अमित शाह के बयान की सिर्फ 10-12 सेकंड की क्लिप दिखाकर देश को गुमराह किया जा रहा है।संसद के बाहर आयोजित विरोध मार्च में विपक्षी नेताओं ने अंबेडकर का अपमान बंद करने और गृह मंत्री से माफी की मांग की। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार बाबा साहेब के विचारों और आदर्शों का अनादर कर रही है।