शाहदरा बार एसोसिएशन चुनाव 2025: नरवीर डबास के नामांकन के दौरान उमड़ा जनसैलाब

@ नई दिल्ली :

दिल्ली के कड़कड़डूमा स्थित शाहदरा बार एसोसिएशन (SBA) के चुनावों का माहौल इस बार बेहद उत्साहजनक और प्रतिस्पर्धी रहा। फरवरी के अंतिम सप्ताह में जब नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया चल रही थी, तब सचिव पद के उम्मीदवार नरवीर डबास के समर्थन में अप्रत्याशित भीड़ देखने को मिली। वकीलों और समर्थकों का जोश देखते ही बनता था।

नामांकन के दौरान कड़कड़डूमा कोर्ट परिसर में ढोल-नगाड़ों की गूंज, नारों की ध्वनि और वकीलों की सक्रिय भागीदारी ने इस चुनावी समर को और भी रोमांचक बना दिया। ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो पूरी बार एसोसिएशन ही नरवीर डबास के समर्थन में उतर आई हो।

नरवीर डबास का उद्बोधन:

वकीलों के हितों की रक्षा का संकल्प अपनी लोकप्रियता और विशाल समर्थन के बीच नरवीर डबास ने वकीलों को संबोधित करते हुए कहा, शाहदरा बार एसोसिएशन हमेशा मेल-मिलाप की संस्कृति के लिए जानी जाती रही है। यदि भगवान की कृपा रही, तो मैं इस परंपरा को और मजबूत करूंगा। पहले वकीलों पर एफआईआर नहीं होती थी, लेकिन अब कोर्ट परिसर में ही मामले दर्ज हो रहे हैं। मैं इस अन्याय को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हूं। बेईमानों को कोर्ट से भागना होगा, और जो वकीलों के हित की बात करेगा, उसे न्याय दिलाने के लिए मैं हमेशा तैयार रहूंगा।

नरवीर डबास ने वकीलों और उनके समर्थकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्नेह और विश्वास उनकी सबसे बड़ी पूंजी है, और वे हमेशा इस विश्वास को बनाए रखने का प्रयास करेंगे।

शाहदरा बार एसोसिएशन चुनाव: एक ऐतिहासिक परंपरा :

शाहदरा बार एसोसिएशन (SBA) का चुनाव हमेशा ही चर्चा में रहता है। यह संगठन दिल्ली के शाहदरा क्षेत्र के वकीलों के अधिकारों की रक्षा और उनके पेशेवर हितों के लिए कार्य करता है। यहां का चुनावी माहौल हर बार बेहद रोचक और प्रतिस्पर्धी होता है।

नरवीर डबास: शाहदरा बार एसोसिएशन के कद्दावर नेता :

शाहदरा बार एसोसिएशन में कई बदलाव आए, कई चेहरे बदले, लेकिन कुछ व्यक्तित्व ऐसे भी रहे जो अपने आदर्शों और मजबूत कद के कारण आज भी अपनी जगह बनाए हुए हैं। नरवीर डबास ऐसे ही एक कद्दावर नेता हैं, जो लंबे समय से बार एसोसिएशन में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी ने देवदार के वृक्ष को देवता का दुलारा और महादेव का प्यारा कहा था। इसी तरह, शाहदरा बार में भी कुछ ऐसे व्यक्तित्व हैं जो इस संगठन की रीढ़ हैं। नरवीर डबास उन्हीं में से एक हैं—स्थिर, ईमानदार, और निष्कलंक। उन्होंने कभी नहीं कहा कि शाहदरा बार कमजोर हो रही है, बल्कि वे इसे और मजबूत करने में लगे रहे हैं।

उनका व्यक्तित्व हमेशा से निष्पक्ष और परिश्रमी रहा है। न तो वे खुद को ज्यादा प्रचारित करते हैं, न ही किसी विवाद में पड़ते हैं। लेकिन जब भी वकीलों के अधिकारों की बात आती है, वे पूरी मजबूती से खड़े होते हैं।

शाहदरा बार एसोसिएशन के इस चुनावी समर में नरवीर डबास के नामांकन के दौरान जो दृश्य देखा गया, वह अभूतपूर्व था। समर्थकों की भीड़, ढोल-नगाड़ों की ध्वनि, और वकीलों की उत्साही भागीदारी ने यह संकेत दे दिया कि यह चुनाव बेहद दिलचस्प और प्रतिस्पर्धात्मक होने वाला है। अब देखना यह है कि आगामी मतदान में शाहदरा बार एसोसिएशन की बागडोर किसके हाथ में जाती है, लेकिन इतना निश्चित है कि नरवीर डबास की लोकप्रियता और समर्थन ने इस चुनाव को एक नया मोड़ दे दिया है।

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