@ कमल उनियाल उत्तराखंड : धरती पर सबसे खूबसूरत वरदान ईश्वर ने हमे दिया है वह है हरे भरे वन, इनकी सुरक्षा के लिए शासन प्रशासन से लेकर वन विभाग लगातार प्रयासरत है। वन विभाग राजस्व विभाग, पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारीयो, कार्मिको से लेकर आमजनो को भावत्मक रुप से जोडने और वनाग्नी रोकने के लिए मंथन किया जा रहा हैं।
इसी परिप्रेक्ष्य में पौडी जनपद के तहसील लैन्सडौन के सभागार में ब्लाक स्तरीय वनाग्नि संकट प्रबंधन समूह की बैठक आयोजित की गयी। जिसकी अध्यक्षता करते हुये उप जिलाधिकारी शालनी मोर्य ने सभी ब्लाक स्तरीय वनाग्नि प्रबंधन समूह के अधिकारियो से आगामी फायर सीजन के विभिन्न तैयारियों की जानकारी ली, उन्होने वनाग्नि की घटना रोकने के लिए जनसहभागिता, जनजागरुकता, जन चेतना रैली द्वारा व्यापक प्रचार प्रसार करने को सभी ब्लाक स्तरीय, वनाग्नी प्रबंधन समिति के अधिकारियों को निर्देश दिये।
बैठक में भूमी संरक्षण वन प्रभाग लैन्सडौन के मटियाली /जयहरीखाल के वन क्षेत्र अधिकारी विशन दत्त जोशी ने वनाग्नी सुरक्षा की आगामी तैयारियों के बारे में बैठक में अवगत कराते हुए कहा कि भूमी संरक्षण वन प्रभाग लैन्सडौन के मटियाली रेंज और जयहरीखाल रैंज द्वारा जगह जगह रैंजो के अन्तर्गत आने वाले गाँवो में, गोष्ठीयाँ, बैठके, वन चेतना रैली, स्कूली छात्रों को नुक्कड नाटक द्वारा जागरूक किया गया है।
अति संवेदनशील वन क्षेत्रों में फायर लाइन कटान, झाडी कटान किया जा रहा है साथ में द हंस फाउंडेशन के साथ मिलकर विभाग ग्राम स्तर पर चयनित फायर फाइटरो और ग्रामीणो, जनप्रतिनिधियो को वनाग्नि प्रबंधन, फील्ड स्तर की जानकारी के साथ वनाग्नी रोकने, बचाव के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है।
इस अवसर पर जयहरीखाल रैज के वन दरोगा हरक सिंह दानू, वन दरोगा रमेश गुसाँई, गजेन्द्र सिंह वन आरक्षी रिखणीखाल रैंज, प्रवीन रावत वन दरोगा लैन्सडौन, चंडीप्रसाद वन दरोगा चैलूसेण रैंज मौजूद रहे।