@ नई दिल्ली :-
पर्यटन मंत्रालय अपनी सेवा प्रदाताओं के लिए क्षमता निर्माण योजना के माध्यम से बिहार सहित देश भर में विभिन्न संस्थानों के माध्यम से रोजगारोन्मुख अल्पकालिक कौशल कार्यक्रम आयोजित करता है।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य पर्यटन सेवा प्रदाताओं के प्रत्येक स्तर पर जनशक्ति को प्रशिक्षित और उन्नत करना है, ताकि देश की विशाल पर्यटन क्षमता का पूरा लाभ उठाया जा सके और स्थानीय लोगों को पेशेवर विशेषज्ञता प्रदान की जा सके।
पर्यटन मंत्रालय ने देश में पर्यटन स्थलों और घरेलू पर्यटन के विकास के लिए निम्नानुसार कई पहल की हैं:
पर्यटन मंत्रालय ‘स्वदेश दर्शन’, ‘राष्ट्रीय तीर्थयात्रा पुनरुद्धार और आध्यात्मिक विरासत संवर्धन अभियान मिशन (प्रसाद)’ और ‘पर्यटन इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए केंद्रीय एजेंसियों को सहायता’ योजनाओं के तहत देश के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर पर्यटन से संबंधित इन्फ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं के विकास के लिए राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनों/केंद्रीय एजेंसियों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
पर्यटन मंत्रालय ने स्थायी पर्यटन स्थलों को विकसित करने के उद्देश्य से स्वदेश दर्शन योजना को स्वदेश दर्शन 2.0 (एसडी 2.0) के रूप में नया रूप दिया है और देश में 58 स्थलों की पहचान की है तथा 34 परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
इसके अतिरिक्त, पर्यटन मंत्रालय ने एसडी 2.0 के तहत एक उप-योजना के रूप में “चुनौती आधारित गंतव्य विकास (सीबीडीडी)” तैयार की है, जिसका उद्देश्य पर्यटकों के अनुभव को बढ़ाने के लिए गंतव्य का समग्र विकास करना है।
इसके अलावा, भारत सरकार ने ‘पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता (एसएएससीआई) – वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित पर्यटन केंद्रों का विकास’ योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में 23 राज्यों में 3295.76 करोड़ रुपये की लागत से 40 परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिसका उद्देश्य देश में प्रतिष्ठित पर्यटन केंद्रों का व्यापक विकास करना, वैश्विक स्तर पर उनकी ब्रांडिंग और मार्केटिंग करना है।
स्वदेश दर्शन 2.0” योजनाओं के अंतर्गत विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में स्वीकृत परियोजनाओं और सीबीडीडी” तथा एसएएससीआई” के अंतर्गत चिन्हित स्थलों का राज्यवार विवरण अनुलग्नक में दिया गया है।
पर्यटन स्थलों पर सस्ते दर पर आवास के प्रावधान
सरकार ने वर्ष 2025-26 की बजट घोषणा में होमस्टे के लिए मुद्रा ऋण की घोषणा की है, जिससे सैलानियों को आवास विकल्पों की उपलब्धता बढ़ेगी।
सरकार ने ‘प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान’ के तहत पर्यटन मंत्रालय की स्वदेश दर्शन योजना में आदिवासी होमस्टे विकसित करने की पहल को मंजूरी दी है। इसमें 1000 होमस्टे विकसित करना शामिल है। इस पहल में प्रति नए निर्माण के लिए 5 लाख रुपये, पुनर्निर्माण के लिए 3 लाख रुपये और ग्रामीण समुदाय की आवश्यकता के लिए 5 लाख रुपये तक की सहायता शामिल है।
विदेशी पर्यटक आगमन
देश में वर्ष 2022 और 2023 के दौरान विदेशी पर्यटकों की राज्यवार यात्रा का विवरण अनुलग्नक में दर्शाया गया है।
पर्यटन मंत्रालय ने विदेशी पर्यटकों को अधिक संख्या में भारत आने को प्रोत्साहित करने के लिए कई कदम/पहल किए हैं:
पर्यटन मंत्रालय ‘स्वदेश दर्शन’, ‘तीर्थयात्रा पुनरुद्धार और आध्यात्मिक विरासत संवर्धन अभियान राष्ट्रीय मिशन (प्रसाद)’ और ‘पर्यटन अवसंरचना विकास के लिए केंद्रीय एजेंसियों को सहायता’ योजनाओं के तहत देश के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर पर्यटन अवसंरचना और सुविधाएं विकसित करने के लिए राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों/केंद्रीय एजेंसियों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
- पर्यटन मंत्रालय अपने विभिन्न अभियानों और कार्यक्रमों द्वारा घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भारत के विभिन्न पर्यटन स्थलों और उत्पादों को प्रचारित करता है। इनमें से कुछ पहल – देखो अपना देश अभियान, चलो इंडिया अभियान, अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मार्ट, भारत पर्व इत्यादि हैं।
- अतुल्य भारत कंटेंट हब का शुभारंभ किया गया है जो भारत में पर्यटन से संबंधित उच्च गुणवत्ता वाली छवियों, फिल्मों, ब्रोशर और समाचार पत्रों का समृद्ध डिजिटल संग्रह है। मंत्रालय की वेबसाइट www.incredibleindia.org और सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से पर्यटन क्षेत्र के बारे में जानकारी/प्रचार किया जाता है।
- अन्य विशिष्ट विषयों के साथ ही स्वास्थ्य पर्यटन, पाक-कला पर्यटन, ग्रामीण पर्यटन, पारिस्थितिकी पर्यटन आदि विषयगत पर्यटन को बढ़ावा दिया जाता है, ताकि अन्य क्षेत्रों में भी इसे विस्तारित किया जा सके।
- क्षमता वर्धन, कौशल विकास केंद्रित पहल की गई है। इससे ‘सेवा प्रदाताओं के क्षमता निर्माण’, ‘अतुल्य भारत पर्यटक सुविधाप्रदाता’ (आईआईटीएफ), ‘पर्यटन मित्र’ और ‘पर्यटन दीदी’ द्वारा समग्र गुणवत्ता और आगंतुक सुविधा में बढोतरी हुई है।
- महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों तक हवाई संपर्क में सुधार के लिए पर्यटन मंत्रालय ने नागर विमानन मंत्रालय के साथ क्षेत्रीय संपर्क योजना– उड़े देश का आम नागरिक के तहत सहयोग किया है। इसके अंतर्गत अब तक 53 पर्यटन मार्ग आरंभ हुए हैं।
- ई-वीज़ा योजना अब 167 देशों के लिए 9 उप-श्रेणियों में उपलब्ध है:
ई-पर्यटक वीज़ा,ई-बिजनेस वीज़ा,ई-मेडिकल वीज़ा,ई-सम्मेलन वीज़ा,ई-मेडिकल अटेंडेंट वीज़ा,ई-आयुष वीज़ा,ई-आयुष अटेंडेंट वीज़ा,ई-छात्र वीज़ा,ई-छात्र एक्स वीज़ा (छात्रों के आश्रितों परिवार के सदस्य के लिए)
हिमालय पर्वतमाला में ट्रैकिंग के लिए भारत आने वाले पर्यटकों की संख्या तथा भारत यात्रा के दौरान विदेशी पर्यटकों के परिवहन उपयोग साधनों की जानकारी पर्यटन मंत्रालय के पास उपलब्ध नहीं है।
केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।