@ नई दिल्ली
भारतीय नौसेना के जहाजों दिल्ली, शक्ति और किल्टन ने 06 से 09 मई 2024 तक सिंगापुर का दौरा किया। इन यात्राओं का उद्देश्य द्विपक्षीय बातचीत करना और आपसी हित एवं साझा सहयोग के क्षेत्रों पर चर्चा करना तथा इस क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा व स्थिरता को बढ़ाने की प्रतिबद्धता को विस्तार देना था। इस तरह की यात्राएं दक्षिणी चीन सागर में भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े की परिचालन तैनाती का ही भाग हैं।
पूर्वी बेड़े के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग रियर एडमिरल राजेश धनखड़ और जहाजों के कमांडिंग अधिकारियों ने सिंगापुर नौसेना मुख्यालय में सिंगापुर की नौसेना के फ्लीट कमांडर के साथ बातचीत की। इन यात्राओं ने भारत और सिंगापुर दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच नौसैनिक सहयोग तथा सहभागिता बढ़ाने पर चर्चा करने का अवसर प्रदान किया।
भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस शक्ति पर एक डेक रिसेप्शन आयोजित किया गया था, जिसमें दोनों देशों की नौसेनाओं के कर्मियों और सिंगापुर में भारतीय प्रवासी तथा स्थानीय राजनयिक समुदाय को आपस में चर्चा करने का अवसर प्राप्त हुआ। इस पहल से मित्रता एवं पारस्परिक सम्मान के सेतु का और आगे विस्तार किया गया।
समुद्री शिक्षा और भविष्य की संभावनाओं के प्रति भारतीय नौसेना की वचनबद्धता के हिस्से के रूप में स्थानीय स्कूली बच्चों को भारतीय जहाजों का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया गया था। इस दौरान, बच्चों को जहाजों का निर्देशित भ्रमण कराया गया, जहां पर उन्होंने नौसेना संचालन, भारत के समृद्ध समुद्री इतिहास और विरासत के साथ-साथ समुद्री सुरक्षा के महत्व के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।
इस तरह की संवादात्मक गतिविधियों का उद्देश्य युवा पीढ़ी को देश सेवा हेतु प्रेरित करना और समुद्री मामलों की बेहतर समझ को बढ़ावा देना है। इस दौरान,भारतीय नौसेना और सिंगापुर की नौसेना के कार्मिकों ने अन्य पेशेवर बातचीत के अलावा, एक दूसरे के युद्धपोतों का भ्रमण किया और विषय वस्तु विशेषज्ञ विनिमय भी किया।