@ नई दिल्ली
हज से जुड़ी विभिन्न प्रक्रियाओं के बढ़ते डिजिटलीकरण के कारण, वेल्लोर संसदीय क्षेत्र सहित पूरे देश में हज यात्रियों को बड़ी संख्या में सेवाएं डिजिटल रूप से ऑनलाइन प्रदान की जाती हैं।
इन सेवाओं में हज के आवेदनों को ऑनलाइन दाखिल करना, एसएमएस/भारतीय हज समिति की वेबसाइट के माध्यम से वास्तविक समय में सूचना का प्रसार, बेहतर चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने हेतु तीर्थयात्रियों के मेडिकल रिकॉर्ड को ऑनलाइन अपडेट करना और हज सुविधा ऐप शामिल है। हज सुविधा ऐप न केवल तीर्थयात्रियों को प्रशिक्षण सामग्री, आवास, उड़ान, सामान आदि से संबंधित विवरण सुविधाजनक तरीके से प्रदान करता है, बल्कि यह शिकायत निवारण का एक सुविधाजनक माध्यम भी है। इन प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण की दिशा में भारत सरकार की पहल से हज यात्रियों को काफी आसानी और सुविधा हुई है।
इसके अलावा, सभी संभावित हज यात्रियों को प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु हर साल भारतीय हज समिति द्वारा जिला स्तरीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाते हैं। हज-2024 हेतु दिनांक 23.04.2024 को वेल्लोर में 248 हज यात्रियों के लिए प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इसके अलावा एक समर्पित हेल्पलाइन जैसी सुविधा सेवाएं भी भारतीय हज समिति द्वारा संचालित की जाती हैं, जो वेल्लोर संसदीय क्षेत्र के हज यात्रियों सहित सभी भारतीय हज यात्रियों के लिए सुलभ है।
विदेशों में भारतीयों का कल्याण एवं सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सरकार ने एक मजबूत संस्थागत ढांचा स्थापित करने की दिशा में ठोस प्रयास किए हैं जो विदेशों में हमारे नागरिकों के कल्याण एवं सुरक्षा को सुनिश्चित करता है। विदेशों में स्थित भारतीय मिशन/केन्द्र भारतीयों द्वारा उठाई गई किसी भी समस्या पर प्राथमिकता के आधार पर ध्यान देते हैं। शिकायतों का जवाब कॉल, वॉक-इन, ई-मेल, सोशल मीडिया, 24×7 हेल्पलाइन, मदद पोर्टल आदि जैसे विभिन्न चैनलों के माध्यम से दिया जाता है।
विदेशों में भारतीयों से प्राप्त किसी भी शिकायत को संबंधित अधिकारियों और मेजबान सरकार के साथ मामले के अनुसार अपेक्षित कार्रवाई के लिए उठाया जाता है। हमारे मिशन और केन्द्र सतर्क रहते हैं तथा भारतीयों के कल्याण पर बारीकी से नजर रखते हैं। यदि कोई अप्रिय घटना होती है, तो इसे तुरंत मेजबान देश के संबंधित अधिकारियों के साथ उठाया जाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि घटना की उचित जांच हो और उचित समाधान किया जाए। इसके अलावा, आपातकालीन या संकट की स्थिति के दौरान, विदेश में हमारे मिशन/केन्द्र सक्रिय रूप से संकटग्रस्त/फंसे हुए भारतीय नागरिकों को कांसुलर सहायता, भोजन, आश्रय, दवा और भारत वापसी मार्ग प्रदान करके मदद करते हैं।
हज यात्रियों की सुविधा के लिए, भारत सरकार हर साल भारत में सभी पासपोर्ट जारी करने वाले प्राधिकरणों (पीआईए) को एक परिपत्र जारी करती है और संभावित हज यात्रियों से प्राप्त पासपोर्ट आवेदनों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संवेदनशील बनाती है। इसके तहत एक नोडल अधिकारी को नामित करने, सुविधा काउंटर खोलने, हज आवेदकों के लिए मुलाकात का समय आरक्षित करना और ऐसे नागरिकों से प्राप्त अनुरोधों/शिकायत याचिकाओं पर त्वरित तरीके से ध्यान देने सहित आवश्यकता के अनुसार संभावित हज आवेदकों को विभिन्न माध्यमों से अपेक्षित सहायता प्रदान करना शामिल होता है। यह जानकारी केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।