@ नई दिल्ली
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने 114वें मन की बात के संबोधन के दौरान रोजगार की तेजी से बदलती प्रकृति और गेमिंग फिल्म निर्माण आदि जैसे रचनात्मक क्षेत्रों में बढ़ते अवसरों पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने भारत की रचनात्मक प्रतिभाओं की अपार संभावनाओं पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा आयोजित की जा रही ‘क्रिएट इन इंडिया’ थीम के तहत 25 चैलेंज में भाग लेने के लिए रचनाकारों का आह्वान किया।
उभरते रचनात्मक क्षेत्र रोजगार के बाजार को नया आकार देंगे
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने उभरते क्षेत्रों पर प्रकाश डाला जो रोजगार के बाजार को नया आकार दे रहे हैं। उन्होंने कहा इन बदलते समय में रोजगार की प्रकृति बदल रही है और गेमिंग एनीमेशन रील मेकिंग फिल्म मेकिंग या पोस्टर मेकिंग जैसे नए क्षेत्र उभर रहे हैं। यदि आप इनमें से किसी भी कौशल में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं… तो आपकी प्रतिभा को बहुत बड़ा मंच मिल सकता है।” उन्होंने बैंड सामुदायिक रेडियो के प्रति उत्साही और रचनात्मक पेशेवरों के लिए बढ़ते दायरे के बारे में भी चर्चा की।
इस क्षमता का लाभ उठाने और उनका पोषण करने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने संगीत शिक्षा और एंटी-पायरेसी सहित विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिभा और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 25 चैलेंज की शुरुआत की है। प्रधानमंत्री ने रचनाकारों को इन चैलेंज में भाग लेने के लिए वेबसाइट wavesindia.org पर लॉग इन करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा मैं देश के रचनाकारों से विशेष रूप से भागीदारी सुनिश्चित करने और अपनी रचनात्मकता को सामने लाने का आग्रह करता हूँ।”
22 अगस्त 2024 को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण रेल और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नई दिल्ली में क्रिएट इन इंडिया चैलेंज – सीजन वन का शुभारंभ किया था। ये चैलेंज आगामी वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (वेव्स) के लिए एक अग्रदूत के रूप में काम करेंगे जो नरेन्द्र मोदी के 78वें स्वतंत्रता दिवस संबोधन के दौरान व्यक्त किए गए “भारत में डिजाइन दुनिया के लिए डिजाइन” के विजन के अनुरूप है।