@ गांधीनगर गुजरात
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुजरात के गांधीनगर में हीरामणि आरोग्यधाम-डे केयर हॉस्पिटल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि गुजरात में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर और आम जनता के लिए सुलभ बनाने की दिशा में तत्कालीन मुख्यमंत्री और आज देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने अनेक प्रयास किए थे। उन्होंने कहा कि नरहरि अमीन ने समाज और लोगों की सेवा के साथ-साथ समस्याओं को सुलझाने का काम निरंतर किया है।
उन्होंने कहा कि नरहरि जी ने राज्य में क्रिकेट एसोसिएशन के माध्यम से पूरे गुजरात के खिलाड़ियों के लिए आधारभूत संरचना स्थापित की। इसके साथ ही, उन्होंने विद्यालयों के माध्यम से लगभग 4000 बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ उनके संपूर्ण विकास के लिए भी कई प्रयास किए। शाह ने कहा कि नरहरि जी ने वृद्धाश्रम और अन्नपूर्णा ट्रस्ट के निर्माण के बाद अब अपने माता-पिता की स्मृति में इस हीरामणि आरोग्य धाम का निर्माण किया है जो अभिनंदनीय है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आधुनिक जीवनशैली, तेज़ी से भागती ज़िन्दगी, प्रदूषण आदि से हम सबके शरीर को कई प्रकार के रोग घेर लेते हैं, जिनका लंबा उपचार करने की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि इन बीमारियों के लिए अक्सर कई तरह की थेरेपी, डायलिसिस, फिज़ियोथेरेपी आदि की ज़रूरत होती है, जिससे रोगों से होने वाले कष्ट कम हो सकें। शाह ने कहा कि ये सभी ट्रीटमेंट काफी महंगे, गरीबों, मध्यम वर्ग और ग्रामीण इलाकों के लिए दुर्लभ और कम उपलब्ध होते हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए नरहरि ने हीरामणि आरोग्य धाम का निर्माण किया है जिसका उद्घाटन हुआ है। उन्होंने कहा कि नरहरि जी ने एक होलिस्टिक अप्रोच के साथ लोगों के स्वास्थ्य की चिंता की है।
अमित शाह ने कहा कि उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता के स्वास्थ्य हितों को ध्यान में रखते हुए स्वच्छता अभियान चलाया जिससे लोग गंदगी के कारण होने वाली कई छोटी-छोटी बीमारियों से बच सकें। उन्होंने कहा कि इसके बाद हर घर में पीने के शुद्ध जल की व्यवस्था की जिससे गंदे पानी से होने वाली बीमारियां दूर रहें। उन्होंने कहा कि इसके बाद हर घर में शौचालय और फिर योग दिवस मनाने की शुरूआत कर नियमित व्यायाम को जनता की दिनचर्या का हिस्सा बनाया। शाह ने कहा कि मोदी जी ने प्रधानमंत्री आयुष्मान कार्ड के ज़रिए देश के करोड़ों लोगों को पांच लाख रूपये तक की तमाम स्वास्थ्य व्यवस्थाएं देकर उन्हें मंहगे इलाज से मुक्त किया है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि योजना सरकार बना सकती है लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर के बिना स्वास्थ्य की पूरी चिंता संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने देश में स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण शुरू किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने लक्ष्य रखा है कि आने वाले 10 साल में 75 हजार मेडिकल सीटें और बढ़ाई जाएंगी। शाह ने कहा कि सरकार ने मंहगी दवाओं के बोझ से लोगों को बचाने के लिए जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराने का एक तंत्र बनाया जहां बाज़ार से करीब 10 से 30 प्रतिशत सस्ती दवाइयां मिलें।
अमित शाह ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं का ये पूरा तंत्र करीब 37 अलग अलग योजनाओं से मिलकर बनाया गया है। उन्होंने कहा कि इन 37 अलग-अलग योजनाओं को मिलाकर देश के 140 करोड़ लोगों के स्वास्थ्य की चिंता करने का प्रयास किया गया है। शाह ने कहा कि राजनीतिज्ञ संवेदनशीलता और दूरदर्शिता के साथ अपने सामाजिक जीवन के अनुभव से योजनाएं बनाकर लोगों के दुःख दूर करने के प्रयास का यह एक आदर्श उदाहरण है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि लंबी बीमारियों के लिए रोज़ाना होने वाले ट्रीटमेन्ट, जैसे डायालिसिस और फिज़ियोथेरेपी आदि की सुविधाएं अगर नजद़ीक और सस्ते शुल्क पर उपलब्ध हों, तो गरीब लोगों को उसका फायदा मिल सकता है। उन्होंने कहा कि नरहरि जी ने इसी प्रकार इस संस्थान में फिज़ियोथेरेपी के मंहगे साधन भी काफी सस्ती दर पर लोगों को उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है।