@ भोपाल मध्यप्रदेश : राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि आज का युग जनजातियों के उत्थान के लिए स्वर्णिम युग है। जनजातियों के लिए केंद्र एवं राज्य शासन के द्वारा अनेक महत्वाकांक्षी एवं कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है तथा जनजातियों को सीधे तौर पर इनका लाभ प्राप्त हो रहा है। इससे जनजातीय समुदाय सशक्त एवं आत्मनिर्भर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में बैगा, भारिया एवं सहरिया विशेष पिछड़ी जनजातियों के रूप में चिन्हित हैं। इनके उत्थान एवं समाज के मुख्य धारा में जोड़ने के लिए सरकार द्वारा अनेकों प्रयास किए जा रहे है। राज्यपाल पटेल उमरिया जिले के ग्राम पंचायत लोढ़ा में पीएम जनमन योजना के अंतर्गत लाभान्वित बैगा समुदाय के हितग्राहियों से संवाद कर रहे थे।
राज्यपाल पटेल ने जनजातियों की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि जीवन में प्रगति के लिये शिक्षा सबसे जरूरी है। शिक्षा के बिना कोई भी व्यक्ति या समाज प्रगति नहीं कर सकता। जनजातीय समुदाय के लोगों को अपने बच्चों को शिक्षित करने की दिशा में कार्य करना सबसे महत्वपूर्ण हैं, बेटे के साथ-साथ बेटी को भी शिक्षित करें, तभी हम प्रगति की मुख्य धारा से जुड़ सकेंगे। उन्होंने जनजातीय छात्र-छात्राओं से कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों कि जनजातीय विद्यार्थियों में से कौन-कौन स्कूल जा रहा है अथवा नहीं यह देखें तथा बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करें। बच्चों को विद्यालय में कैसी शिक्षा दी जा रही है इसकी भी जानकारी लें तथा बच्चों के अभिभावक स्वयं बच्चों को एक घंटा समय निकालकर अवश्य पढ़ाएं। जिससे बच्चों को बेहतर शिक्षा प्राप्त हो सके तथा बच्चों का बेहतर भविष्य का निर्माण हो सके।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि उमरिया जिला भी जनजातीय बाहुल्य जिला है, जहां जनजातीय परिवारों के लिए प्रशासन की ओर से अनेक कार्य किए गए हैं। इन परिवारों को आधार-कार्ड, आयुष्मान-कार्ड, लाड़ली बहना, लाड़ली लक्ष्मी जैसी अनेक योजनाओं का लाभ दिया गया है। पीएम जनमन योजना के तहत चयनित हितग्राहियों को पक्के आवास की भी सुविधा मुहैया कराई गई है। प्रधानमंत्री आवास योजना में भी आवास प्रदान किए गए हैं। बच्चों की शिक्षा के लिये आंगनवाड़ी और प्राथमिक विद्यालय भी ग्राम पंचायत में संचालित है। राज्यपाल पटेल ने लाड़ली लक्ष्मी योजना, आयुष्मान कार्ड के हितग्राहियों को प्रमाण-पत्र का वितरण किया।
राज्यपाल ने प्राथमिक शाला भवन टंगराटोला के तीसरी कक्षा के बच्चों से किया संवाद
राज्यपाल पटेल ने उमरिया जिले के ग्राम पंचायत लोढ़ा के प्राथमिक शाला भवन टंगराटोला के कक्षा तृतीय के विद्यार्थियों से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा के महत्व को बताया तथा उन्हें व्यायाम करने, मोटा अनाज/मिलेट्स का सेवन करने, ज्यादा से ज्यादा पानी पीने एवं भरपूर नींद लेने की बात कही। इस दौरान राज्यपाल ने बच्चों से देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा मध्यप्रदेश के राज्यपाल अर्थात स्वयं के नाम भी पूछा। राज्यपाल द्वारा पूछे गए प्रश्नों के बच्चों से सटीक जवाब सुनकर राज्यपाल ने खुशी जाहिर की।
कार्य ऐसा करो, जिसका सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त हो
राज्यपाल ने आदिवासी कला संकुल भवन (आर्ट सेंटर) लोढ़ा का किया लोकार्पण तथा फीता काटकर किया शुभारंभ
राज्यपाल ने सुप्रसिद्ध पद्म प्राप्त स्व. जोधाईया बाई बैगा के परिजनों से बैगा आर्ट के संबंध में की चर्चा
राज्यपाल पटेल ने कहा है कि सभी को कार्य ऐसा करना चाहिए, जिससे हमेशा ही सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि जनजातीय समाज को शासन की सभी महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ मिलें, सभी ऐसा प्रयास करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनप्रतिनिधियों को अपने कार्यकाल के दौरान एक ऐसा कार्य अवश्य करना चाहिए, जिन कार्यों को लोग एवं समाज हमेशा याद रखें। राज्यपाल ने कहा कि जनजातीय पेंटिंग एवं कलाकृतियों को और अधिक प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है, इसके लिए भी अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि विशेष प्रयास करें।
राज्यपाल ने ग्राम पंचायत लोढ़ा में विवेकाधीन अनुदान मद से लगभग 5 लाख रुपए लागत से निर्मित आदिवासी कला संकुल भवन (आर्ट सेंटर) का फीता काटकर शुभारंभ किया। राज्यपाल ने सुप्रसिद्ध पद्म तथा नारी शक्ति सम्मान प्राप्त स्व. जोधाईया बाई बैगा के परिजन रिंकू भाई बैगा, दुखिया बाई बैगा एवं अमर बैगा से बैगा पेंटिंग आर्ट एवं बैगा कलाकृतियों के संबंध में चर्चाएं कीं। उन्होंने कहा कि यह हुनर दूसरे जनजातीय व्यक्तियों को भी अवश्य सिखाएं। इस दौरान राज्यपाल ने प्रशासन द्वारा दिए जा रहे सहयोग के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की तथा प्रशासन द्वारा किए गए सहयोग की प्रशंसा भी की। इस दौरान राज्यपाल को प्रशासन द्वारा बैगा पेंटिंग स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की गई।
राज्यपाल पटेल का स्वागत बैगा जनजातीय के लोगों द्वारा पारंपरिक सैला नृत्य एवं कलश यात्रा निकालकर किया गया। राज्यपाल ने कक्षा आठवीं की छात्रा अल्का बैगा एवं शालिनी बैगा से भी चर्चा की तथा उनके शैक्षणिक गतिविधि एवं भविष्य में वह क्या बनना चाहती हैं, के संबंध में जानकारी प्राप्त की।