@ हरि सिंह रावत उत्तराखंड : एक तरफ नैनीताल हाईकोर्ट ने एकलपीठ के आदेश को बरकरार रखते हुए राज्य सरकार को सहकारिता समितियों के चुनाव पुरानी नियमावली के अनुसार ही कराने के निर्देश दिए हैं। कोर्ट के आदेश के बाद सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण ने अगले आदेश तक सहकारिता समितियों की निर्वाचन प्रक्रिया स्थगित कर दी है। इस संबंध में प्राधिकरण की सदस्य सचिव रमिन्द्री मन्द्रवाल ने आदेश जारी किया है। बता दें कि सोमवार को कई जिलों में सहकारी समितियों के चुनाव हुए थे।
इसी बीच, नैनीताल जिले के कालाढूंगी में हाल ही में निर्विरोध चुने गए उम्मीदवार महेश चंद्र सती के पुत्र ने अपने पिता के अपहरण की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि 23 फरवरी 2025 को दोपहर करीब 2 बजे क्षेत्र के दबंग मोहन खोलिया, गिरीश गुप्ता, हरेंद्र अटवाल और जीवन भट्ट ने उनके पिता का अपहरण कर लिया।
शिकायत के अनुसार, उनके पिता को मीटिंग के बहाने घर से बुलाकर कालाढूंगी ले जाया गया, जहां उन्हें मोहन खोलिया के पुत्र के हवाले कर दिया गया और एक कमरे में बंद कर दिया गया। उनके पिता 71 वर्षीय वृद्ध और बीमार हैं, जिससे उनकी स्थिति और भी चिंताजनक हो गई।
शिकायतकर्ता ने बताया कि बाद में उनके पिता को भीमताल के एक सुनसान जंगल में स्थित एक होटल में छोड़ दिया गया, जिससे उनके परिवार का उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया। जब उन्होंने मोहन खोलिया के गिरोह के सदस्य दीवान सिंह बिष्ट से संपर्क किया, तो उन्हें जानबूझकर रामनगर की गलत लोकेशन बताई गई।
शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचे शिकायतकर्ता का आरोप है कि थानाध्यक्ष ने पहले शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया और उन पर दबाव बनाया गया कि वे शिकायत न दें। हालांकि, काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज की, जिसके बाद उनके पिता सुरक्षित मिले और उन्होंने थाने में अपना बयान दर्ज कराया।
इस घटना से क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है और कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं। पीड़ित परिवार न्याय की मांग कर रहा है, जबकि पुलिस की भूमिका पर भी संदेह जताया जा रहा है।